कोपागंज (मऊ) पुलिस पर लगाया महिला ने गंभीर आरोप
अजीत कुमार
कोपागंज (मऊ) पुलिस अधीक्षक (मऊ) जनपद के पुलिस की छवि सुधारने के चाहे लाख प्रयास कर ले, लेकिन स्थानीय स्तर पर पुलिसकर्मियों के कारनामों से पुलिस विभाग की छवि धूमिल हो ही जा रही है। ऐसे ही यह घटनाक्रम में कोपागंज थाना अंतर्गत ग्राम यूसुफपुर निवासिनी फूला पत्नी दुबारी ने पुलिस अधीक्षक को संबोधित अपने प्रार्थना पत्र में कोपागंज थाना पुलिस द्वारा प्रार्थनी व उनके परिवार के लोगों पर, विरोधियों के साथ मिलकर, अनावश्यक दबाव बनाने और अत्याचार करने की शिकायत की है।
उन्होंने थाने के तत्कालीन दरोगा, सिपाही और दो होमगार्डों पर विरोधियों की साजिश में आकर, उनके 72 वर्षीय पति को जबरदस्ती थाने में उठा ले आने, उनके साथ दुर्व्यवहार करने और कथित रूप से सादे कागज पर मनमाने ढंग से दस्तख़त करने का दबाव बनाने आदि के सम्बंध में गंभीर आरोप लगाए हैं।
अपने शिकायती पत्र में फूला देवी ने पुलिस अधीक्षक (मऊ) को बताया है कि प्रार्थनी व उसके परिवार और उनके पाट्टीदार अमरनाथ पुत्र बरसाती व उसके परिवार के बीच, जमीन को लेकर के पुरानी रंजिश का मामला चल रहा है। जिसके संबंध में न्यायालय में मुकदमा विचाराधीन है। पूर्व में इसी जमीन के विवाद में उनके परिवार को पाट्टीदारों द्वारा बुरी तरीके से मारा पीटा भी गया था। जिसके संबंध में कोपागंज थाने में ही विजय उर्फ मुलायम आदि के विरुद्ध कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज है। उन्होंने बताया है की इसी वर्ष जून के महीने में अमरनाथ और उनके परिवार के लोगों द्वारा विवादित जमीन पर निर्माण का कार्य शुरू कराया गया जिसमें इनके एतराज करने पर विवादित स्थल पर कार्य बंद करते हुए 17/06/2019 को सुलहनामा लिखा गया।
पीडिता ने आरोप लगाया है कि लेकिन 16 अगस्त, 2019 को अमरनाथ आदि द्वारा थाना कोपागंज के तत्कालीन दरोगा रुद्रभान पांडे, सिपाही हरिश्चंद्र यादव के साथ होमगार्ड खुर्शीद तथा होमगार्ड कन्हैया को साजिश में लेकर प्रार्थनी के घर दबिश दी गई और उनके 72 वर्षीय पति दुबारी को उठा कर थाने लाया गया। थाने पर उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया और जबरदस्ती सादे कागज पर दस्तखत करने के लिए मजबूर किया गया। जब दरोगा से इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस पर यह लिखा जाएगा कि मुकदमे में सुलह कर लेंगे और विवादित जमीन पर अमरनाथ के नवनिर्माण में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न नहीं करेंगे।
पीडिता का आरोप है कि जब दुबरी ने ऐसा करने से एतराज किया तब सब ने मिलकर उन्हें लात घूँसों से मारा-पीटा और गालियां भी दीं। थाने के पुलिसकर्मियों द्वारा जैसा कहा जा रहा है, वैसा ना करने पर फूला देवी और उनके परिवार के लोगों को फर्जी मुकदमों में फंसाने की धमकी दी गई। फूला देवी ने पुलिस अधीक्षक से प्रार्थना की है कोपागंज थाने के इस रवैये से उनका परिवार काफी भयभीत है, इसलिए दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध जांच कराकर उचित कार्रवाई की मांग की है। पुलिस अधीक्षक ने मामले की जाँच करवाने की बात कही है।