राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का जिलाधिकारी ने गोली खिलाकर किया शुभारम्भ
संजय ठाकुर
मऊ – राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर गुरुवार को जनपद के बापू इंटर कॉलेज में जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी और मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एससी सिंह के द्वारा कॉलेज के छात्र-छात्राओं को एल्बेण्डाज़ोल की गोली खिलाकर कार्यकम की शुरुआत की।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने बताया एक वर्ष से 19 वर्ष के सभी बच्चों को आंत के कृमि संक्रमण का खतरा रहता है। कृमि मनुष्य की आंत में रहते हैं और जीवित रहने के लिए, मानव शरीर के जरूरी पोषण तत्व खाते हैं। यह कृमि संक्रमण अस्वच्छता के कारण फैलते हैं।,संक्रमित मिट्टी के संपर्क द्वारा कृमि संक्रमण संचारित होता है। कृमि को पेट से निकालने के लिए सभी बच्चों को हर छः माह में एक बार एल्बेण्डाज़ोल की गोली चबाकर अवश्य खानी चाहिए।
जिलाधिकारी ने वहां पर मौजूद स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारीयों को निर्देश दिया कि गैर-पंजीकृत तथा स्कूल न जाने वाले बच्चों को आशा नजदीकी आंगनबाड़ी केन्द्र पर दवा खिलाने के लिए बुला कर लाएं तथा जो बच्चे बीमार हैं या कोई अन्य दवा ले रहें है, उन्हें एल्बेण्डाज़ोल गोली नहीं खिलाई जायेगी। एल्बेण्डाज़ोलवहीं जो बच्चे राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर गोली खाने से वंचित रह जायेंगे उन्हें 30 अगस्त से 4सितम्बर मॉप अप राउंड चलाकर गोली खिलायी जायेगी।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ सतीशचन्द्र सिंह ने बताया कृमि पोषण उत्तकों से भोजन लेते है, जैसे रक्त, जिससे खून की कमी हो जाती है। कुपोषण में वृद्धि और शारीरिक विकास पर खास असर पड़ता है। उन्होने बताया स्कूलों और आंगनबाड़ी केन्द्रों पर एक से 19 साल के सभी बच्चों को कृमि नियंत्रण की गोली खिलाई जा रही है। सभी स्कूलों में सभी नामांकित बच्चों को टीचर द्वारा गोली खिलाने का कार्य किया जाएगा। आंगनबाड़ी केन्द्रों पर एक से छः साल के सभी पंजीकृत एवं गैर-पंजीकृत बच्चों को और 6 से 19 साल के स्कूल न जाने वाले बच्चों को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के द्वारा कृमि नियंत्रण गोली खिलाने की शुरुआत की गयी।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रबंध समिति व शिक्षकों ,जिला कार्यक्रम अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक सहित स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।