पाकिस्तान द्वारा संयुक्त राष्ट्र को लिखे गये कश्मीर मुद्दे पर पत्र में केवल राहुल गांधी का बयान ही नही बल्कि भाजपा के इन बड़े नेताओ के बयान भी है कोट
करिश्मा अग्रवाल
नई दिल्लीः जम्मू कश्मीर में मानवाधिकारों के उल्लंघन को लेकर संयुक्त राष्ट्र को लिखे गए पत्र में पाकिस्तान ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी का ही नहीं बल्कि हरियाणा के मुख्यमंत्री और भाजपा नेता मनोहर लाल खट्टर का भी जिक्र किया है। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान की मानवाधिकार मंत्री शिरीन माज़री ने सात पन्नों के इस पत्र में हरियाणा के मुख्यमंत्री के 10 अगस्त के उस बयान का जिक्र किया है, जिसमें खट्टर ने कहा था कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने से कश्मीर से लड़कियों को शादी के लिए लाया जा सकता है। हालांकि खट्टर ने बाद में इसे मजाक बताते हुए सफाई दी थी।
संयुक्त राष्ट्र के 18 संबंधित विशेष अधिकारियों को लिखे पत्र में माजरी ने उनसे कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानूनों के कथित उल्लंघन को बंद करवाने के लिए हस्तक्षेप करने की मांग की है। गौरतलब हो कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35 ए को निरस्त करने के खिलाफ पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र में अपनी याचिका में राहुल गांधी का जिक्र करने पर बुधवार को कांग्रेस और भाजपा ने एक दूसरे पर निशाना साधा था। पाकिस्तान के मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी ने टि्वटर पर आठ पेज का पत्र शेयर किया गया है, जिसमें राहुल गांधी के हवाले से लिखा गया है कि जम्मू-कश्मीर में ‘लोग मर रहे हैं।’ यूएन को संबोधित पत्र में लिखा गया है, हिंसा की घटनाओं को कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी जैसे मुख्य धाराओं के राजनेताओं ने कबूल किया है। इस फैसले की वजह से वहां बहुत गलत हो रहा है।
हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट्स को आधार माने तो इस पत्र में केवल राहुल गांधी अकेले भारतीय नेता नहीं है, जिनका जिक्र यूएन को संबोधित करते हुए लिखे खत में किया गया है। इस पत्र में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और भजापा विधायक विक्रम सैनी का भी जिक्र किया गया है। पत्र में कहा गया है कि 10 अगस्त 2019 को मनोहर लाल खट्टर ने कश्मीरी लड़कियों से शादी करने को लेकर एक बयान जारी किया था। मुख्यमंत्री खट्टर ने फतेहाबाद में महर्षि भागीरथ जयंती समारोह के एक राज्य-स्तरीय समारोह को संबोधित करते हुए कथित रूप से कहा था, ‘पहले ओपी धनकड़ कहते थे कि हम बिहार की लड़कियों को हरियाणा में शादी के लिए लाएंगे। अब कुछ लोग कह रहे हैं कि हम कश्मीर से लड़कियां लाएंगे। लेकिन मजाक एक तरफ। हमारे समाज में लिंगानुपात सही होने के बाद ही हम संतुलन बना सकते हैं।’
भाजपा विधायक विक्रम सैनी ने भी इसी तरह की टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि देश में मुसलमानों को अनुच्छेद 370 के खत्म होने से खुश होना चाहिए क्योंकि वे अब बिना किसी डर के “गोरी” कश्मीरी लड़कियों से शादी कर सकते हैं। इस बयान को लेकर पाकिस्तान के पत्र में विक्रम सैनी का जिक्र किया गया है।
वही दूसरी तरफ इन रिपोर्ट्स के आने के बाद से कांग्रेस और राहुल गांधी पर हमलावर हुई भाजपा अचानक इस मुद्दे पर शांत मुद्रा में है। हां व्हाट्सअप यूनिवर्सिटी में इसको लेकर गासिप का बाज़ार गर्म है। सोशल मीडिया पर ट्वीटर पर आज भी दल विशेष के चाहने वाले इस मुद्दे पर राहुल गाँधी को निशाना बना रहे है।