सुपुर्द-ए-खाक हुई रसूलन बीबी
विकास राय
गाजीपुर जनपद में परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद की पत्नी रसूलन बीबी के पार्थिव शरीर को दुल्लहपुर में दूसरे मकान से विधि विधान से मरणसेज में रखकर पास के कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। पार्थिव शरीर को तिरंगें में लपेटकर पिकअप वाहन में रखा गया। मौके पर उपस्थित गांव के लोगों सहित परिजनों की आंखे पूरी तरह नम थी। उपस्थित युवाओं ने वाहन को फूल-मालाओं से सजाया था। वाहनों के चारों तरफ तिरंगा झंडा लहराया गया और रसूलन बीबी अमर रहे के नारे लगाते रहे।
इस दौरान एनसीसी के कैडटों ने मलिकपुरा और भुड़कुड़ा में सलामी दिया। शव यात्रा में सैकड़ो वाहन, बाईक सवार तिरंगा लिए नारे लगाते हुए दुल्लहपुर तिराहा पर पहुंचे। वहां भी एनसीसी कैडटों ने सलामी दी। फिर काफिला जलालाबाद मां शारदा पब्लिक चिल्ड्रन स्कूल पहुंचा, जहां पर सैकड़ो छात्र-छात्राओ ने गुलाब के फूल की पंखुड़ियों की बारिश से श्रद्धांजलि अर्पित की। जलालाबाद शहीद चौक पर अब्दुल हमीद के प्रतिमा के सामने गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। उसके बाद शव यात्रा अमारी होते हुए झोटारी पहुंची जहां रामस्नेही दास खटिया बाबा इंटर कालेज में विद्यार्थियों ने श्रंद्धाजलि अर्पित किया।
इसके बाद अब्दुल हमीद पार्क में कंधा देकर मंच पर रसूलन बीबी का पार्थिव शरीर रखा गया। जहां जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक श्रद्धांजलि दी। उसके बाद कांग्रेस के पूर्व विधायक वाराणसी अजय राय, सभासद संजय सिंह, सभासद बापू दादा, मार्कण्डेय सिंह जिलाध्यक्ष गाजीपुर ने श्रद्धांजलि अर्पित की। इलाहाबाद सबेरी के बिग्रेडियर आरपी सिंह ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित किया। जनाजे की नमाज अदा की गई जिसमें काफी संख्या में मुस्लिम बंधु जूटे थे। बिग्रेडियर आरपी सिंह के द्वारा एक लाख का चेक शहीद के बड़े बेटे जैनुल हसन को सौंपा गया। उसके पश्चात लोगो ने नम आंखो के साथ कंधे पर उठाकर सुपुर्द ऐ खाक किया गया।