अभी भी जारी है गौरक्षा के नाम पर हिंसा, जाने वर्ष 2019 में हुई है कौन कौन सी बड़ी घटना
आफताब फारुकी
पहलू खान की हत्या प्रकरण के बाद एक बार फिर से कथित गौ रक्षा के नाम पर होने वाली हिंसा पर बात शुरू हो गई है। ऐसा नही है कि पहलू खान की हत्या के बाद से कोई और घटना कथित गौरक्षको के द्वारा नही हुई हो। ऐसी घटनाये कई देश में हो चुकी है।
अगर हम इस प्रकार की घटनाओ की बात करें अकेले साल 2019 में अभी तक देशभर में गाय के नाम पर हिंसा की करीब 8 घटनाएं हो चुकी हैं।यह न सिर्फ हरियाणा, बल्कि कर्नाटक, असम, झारखंड, मध्य प्रदेश, यूपी और बिहार राज्यों में भी गाय के नाम पर हिंसा हो चुकी है।
2019 में गाय के नाम पर हिंसा-
तारीख़: 19 जनवरी हरियाणा के रोहतक में एक व्यक्ति को पीट पीट कर धायल कर दिया गया था। यह घटना गौतस्करी के शक में हुई थी। घायल का नाम नौशाद है और वह 24 वर्ष का युवक है।
तारीख़: 31 जनवरी इस दिन कर्णाटक के हासन में गौ रक्षा के नाम पर 70 साल की बुज़ुर्ग महिला को मारपीट कर घायल कर दिया था। महिला का नाम कमरुन्निशा बताया गया है। इस दौरान दूकान में तोड़फोड़ भी किया गया था। पीडिता पर गोमांस बेचने का शक था।
तारीख़: 7 अप्रैल असम के विश्वनाथ, जिले में एक 68 साल के शौकत नामक बुज़ुर्ग की ज़बरदस्त पिटाई कर दिया गया था,
तारीख़: 10 अप्रैल झारखण्ड के गुमला में बैल के चमड़े निकाले का आरोप लगा कर भीड़ ने तीन दलित आदिवासियों पर हमला कर दिया था जिसमे एक की मौत हो गई थी और तीन घायल हो गये थे।
तारीख़: 22 मई मध्य प्रदेश के शिवानी में भीड़ द्वारा एक महिला सहित दो पुरुष पर हमला कर दिया था। उनसे जबरन जय श्री राम के नारे भी लगवाए गये थे।
तारीख़: 7 जुलाई को मध्य प्रदेश के खंडवा में कथित गौ तस्करी के आरोप में 24 लोगो की रस्सियों से बाँध कर पिटाई किया गया था। इस दौरान उनसे जबरदस्ती गौ माता की जय के नारे भी लगवाए गये थे। घटना में कुल दो दर्जन लोग घायल हुवे थे।
तारीख़: 19 जुलाई कथित पशु चोरी के आरोप में बिहार के सारण में तीन लोगो की पीट पीट कर हत्या कर दिया गया था।
तारीख़: 10 अगस्त पशुओ के अवशेष को डंप करने जा रहे एमसीडी कर्मचारी की पिटाई कर दिया गया था। घटना उत्तर प्रदेश के गाज़ियाबाद की है जिसमे एमसीडी कर्मी बुरी तरह घायल हो गया।