नहीं रही पूर्व विदेश मंत्री और भाजपा नेत्री सुषमा स्वराज, एम्स में लिया आखिरी सांस

रोबिन कपूर / आफताब फारुकी

नई दिल्ली:  पूर्व विदेश मंत्री और भाजपा नेत्री सुषमा स्वराज का देर शाम दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में निधन हो गया। वे 67 वर्ष की थीं। उन्हें देर शाम को हार्ट अटैक होने पर उनका परिवार उनको एम्स लेकर आया था। एम्स के सूत्रों के मुताबिक सुषमा स्वराज को रात 10 बजकर 15 मिनट पर अस्पताल लाया गया। उन्हें सीधे आपातकालीन वॉर्ड में ले जाया गया। सूचना मिलते ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन भी एम्स पहुंच गए थे।

सुषमा स्वराज भाजपा की दिग्गज नेत्री थीं जिनकी तारीफ विपक्ष के नेता भी करते थे। उनके अस्वस्थ होने की खबर मिलते ही बीजेपी के कई दिग्गज नेता और मंत्री एम्स पहुंच गए थे। इनमें नितिन गडकरी, डॉ हर्षवर्धन, राजनाथ सिंह और स्मृति ईरानी शामिल थीं। नौ बार सांसद रहीं सुषमा स्वराज आम लोगों मे अपार लोकप्रिय थीं। उनको ट्वीटर पर एक करोड़ 20 लाख से अधिक लोग फॉलो करते थे। वे दिल्ली की मुख्यमंत्री रही थीं। सुषमा स्वराज सन 1977 में सबसे कम उम्र की राज्यमंत्री बनी थीं। अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में वे सूचना एवं प्रसारण मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री रहीं।

गौरतलब हो कि सुषमा स्वराज ने अस्वस्थता के कारण ही पिछला लोकसभा चुनाव न लड़ने का फैसला लिया था। उनके इस निर्णय पर बीजेपी के ही समर्थकों में हैरानी थी। कई लोगों ने उनसे चुनाव लड़ने की अपील की थी। इस पर सुषमा स्वराज ने जवाब दिया था कि- मेरे चुनाव ना लड़ने से कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता। भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों को जिताने में हम सब जी जान लगा देंगे। सुषमा स्वराज ट्विटर पर काफी सक्रिय रहती थीं। विदेश मंत्री रहते हुए वे ट्वीटर पर शिकायत मिलते ही विदेश मंत्रालय से जुड़ीं पासपोर्ट आदि समस्याओं का समाधान कर देती थीं।

मंगलवार को लोकसभा में जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 समाप्त होने और राज्य का पुनर्गठन होने पर शाम को सुषमा स्वराज ने ट्वीट करके पीएम नरेंद्र मोदी को बधाई दी था। उन्होंने लिखा था- प्रधानमंत्री जी – आपका हार्दिक अभिनन्दन। मैं अपने जीवन में इस दिन को देखने की प्रतीक्षा कर रही थी।

सुषमा स्वराज के निधन का समाचार मिलते ही पार्टी में शोक की लहर दौड़ पड़ी। पार्टी के और विपक्ष के कई नेता उनके अंतिम दर्शन हेतु अस्पताल पहुचे थे। बताते चले कि बतौर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने केवल सत्तारूढ़ दल ही नही बल्कि विपक्ष का भी दिल जीता था। सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाली सुषमा स्वराज ट्वीटर पर शिकायत मिलते ही उसका संज्ञान ले लेती थी। उसके कार्यकाल के दौरान ट्वीटर पर शिकायतों के आने से विभाग के अधिकारी भी डरते थे।

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