वाराणसी – पारंपरिक ऊँट की कुरबानी को लेकर जारी रही जिच, कमेटी मेम्बर और जनता आई आमने सामने
ए जावेद
वाराणसी. वाराणसी के आदमपुर थाना क्षेत्र के सलेमपुरा में होने वही पारंपरिक ऊंट की कुर्बानी को लेकर आज जिच छिड़ गई। प्रशासन ने इस बार ऊंट की कुर्बानी को लेकर कोई भी इजाज़त किसी भी कमेटी को नहीं दिया है। मगर इसके बाद भी शहर में होने वाली पारंपरिक ऊंट की कुर्बानी हेतु ऊंट फरोख्त किये जा चुके है और कुर्बानी होने की जगह पर ऊंट बंधे भी है।
आज आदमपुर थाना क्षेत्र के सलेमपुरा में प्रशासन ने सख्ती दिखाई और ऊंट की क़ुरबानी करने वाली कमेटी से ऊंट की कुर्बानी हेतु सख्ती के साथ निर्देश जारी करके आये हुवे ऊंट को हटाने का निर्देश दिया। देर शाम लगभग 8 बजे के करीब सलेमपुरा की कमेटी स्थानीय चौकी इंचार्ज और अन्य पुलिस कर्मियों के साथ ऊंट को हटाने के लिये मौके पर गये। इस बीच आम जनता इसके विरोध में आ गयी और जमकर हडकम्प मचा दिया। बात जंगल में आग की तरह आस पास के इलाको में फ़ैल गई और देखते देखते सैकड़ो की संख्या में जनता इकठ्ठा हो गई और ऊंट कुर्बानी कमेटी का विरोध करने लगी।
इस दौरान कमेटी के सदस्यों के साथ जनता ने धक्का मुक्की भी किया। भीड़ को देखते हुवे प्रशासन ने दो कदम पीछे को खीचा और मौके पर मूकदर्शक की स्थिति में आ गया। कमेटी को जनता के भारी विरोध के कारण मौके से वापस जाना पड़ा। यह विरोध का सिलसिला देर रात तक लगातार जारी है। समाचार लिखे जाने के समय लगभग (3:40 मध्य रात्रि) तक मौके पर भारी भीड़ इकठ्ठा है। कमेटी के सदस्यों ने हर संभव जनता को समझाने का प्रयास किया। इस दौरान कमेटी के सदस्यों को भारी विरोध का सामना करना पड़ा। अततः मध्य रात्रि 3 बजे कमेटी के सदस्य भारी विरोध के कारण वापस अपने घरो को चले गये।\
समाचार लिखे जाने तक मौके पर भीड़ इकठ्ठा है और जनता वही लगभग डेरा डाल कर बैठी है। कमेटी के सदस्य जनता को समझाने का हर प्रयास कर चुके है परन्तु सफलता हाथ नही लगी है। इस दौरान केवल सलेमपुरा ही नहीं बल्कि आस पास के इलाको के लोग भी मौके पर इकठ्ठा है। विरोध के क्रम में सोशल मीडिया का भी प्रचार के लिए जमकर उपयोग हुआ है। समाचार लिखे जाने तक मौके पर ऊंट कुर्बानी स्थल पर मौजूद है।