अनूपपुर पावर प्लांट ने चालू वित्त वर्ष में 90% और इससे अधिक उपलब्धता पर परिचालन का दुर्लभ रिकॉर्ड बनाया
संजय ठाकुर
दिल्ली. 1200 मेगावाट क्षमता वाले अनूपपुर पावर प्लांट ने चालू वित्त वर्ष में 90% और इससे अधिक उपलब्धता पर परिचालन का दुर्लभ रिकॉर्ड बनाने में सफलता हासिल की है। यह रिकॉर्ड अनुकरणीय परियोजना प्रबंधन प्रयासों और अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी के उपयोग के सहारे हासिल किया गया है।
इस पावर प्रोजेक्ट को अनूठे हाइड्रो बिन्स और ईएसपी टेक्नोलॉजी का उपयोग कर चालू किया गया है, जो उच्च दक्षता और उपलब्धता प्रदान करती है। यह प्रोजेक्ट देश के शीर्ष परिचालन आईपीपी में से एक है, जो उद्योग के बेंच मार्क की तुलना में उच्च दक्षता स्तर पर परिचालन कर रहा है। 1200 मेगावाट अनूपपुर पावर प्लांट ने कई प्रतिष्ठित पुरस्कार हासिल किए हैं और अपने प्रदर्शन के लिए कई उद्योग मंचों द्वारा इसकी प्रशंसा की गई है।
इस उपलब्धता पर बोलते हुए, कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, “यह हमें असीम संतुष्टि और उस टीम पर गर्व प्रदान करता है, जिसने इस उपलब्धि को हासिल करने की दिशा में काम किया है। प्लांट से बिजली की उच्चतम उपलब्धता मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में हमारे उपभोक्ताओं एवं मध्य प्रदेश राज्य को सभी को 24ग7 बिजली उपलब्ध कराने के लक्ष्य को पूरा करने में सक्षम बनाता है। मैं अपने सभी हितधारकों विशेषकर मध्यप्रदेश में स्थानीय समुदाय और प्रशासन को उनके निरंतर समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूं। कंपनी अपने दृष्टिकोण और किफायती एवं विश्वसनीय ऊर्जा के साथ जीवन को बदलने में सक्षम भागीदार बनने के लिए प्रतिबद्ध है।”
ऐसे महत्वपूर्ण समय में, जब देश का ध्यान सभी को 24X7 बिजली उपलब्ध कराने पर है, पारंपरिक ऊर्जा के लिए बेस लोड आवश्यकता को पूरा करना और नवीकरणीय ऊर्जा द्वारा पीक लोड को पूरा करना एक विवेकपूर्ण रणनीति है। अपने ऊर्जा मिश्रण के हिस्से के रूप में नवीकरणीय ऊर्जा की हिस्सेदारी बढ़ाने के दिशा में काम करते हुए ग्रिड स्थिरता को बनाए रखने के लिए लोड को संतुलित करना पारंपरिक ऊर्जा का एक अन्य महत्वपूर्ण योगदान है। बिजली आपूर्ति के अलावा कंपनी कई कॉरपोरेट सामाजिक जिम्मेदारी कार्यक्रम भी चलाती है, जिसमें आजीविका, स्वास्थ्य और स्वच्छता, शिक्षा एवं डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम, व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र, कृषि आधारित योजनाएं प्रमुख हैं।