गरीबों पर जुल्म मैंने नहीं आजम ने किए हैं, अगर जरूरत पड़ी, तो गरीब किसानों को न्याय दिलाने के लिए मैं अपनी जान भी दे सकती हूं – जयाप्रदा
गौरव जैन
रामपुर – हाईकोर्ट द्वारा पूर्व मंत्री आजम खां की याचिका में भाजपा नेता एवं पूर्व सांसद जयाप्रदा को पार्टी बनाए जाने पर भाजपा नेता जयाप्रदा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा करते हुए कहा कि आजम खां बौखला गए हैं और गलत आरोप लगा रहे हैं। कहा कि यह तो वही बात हो गई, कि खिसियानी बिल्ली, खंभा नोचे।
भाजपा नेता जयाप्रदा ने कहा की, कि हाईकोर्ट के आदेश का मैं सम्मान करती हूं, लेकिन मुझे आजम खां ने पार्टी बनाया है, इसकी मुझे जानकारी नहीं है। यदि मुझे पार्टी बनाया गया है तो यह गलत बात है और यह तो वही बात हुई कि “खिसियानी बिल्ली, खंभा नोचे” क्योंकि जिन गरीब किसानों की जमीनें छीनी गई, जिन बेकसूर को जेल भिजवाया गया, क्या वह किसान मेरी शिकायत कर रहें है या आजम की। जमीनों पर कब्जा, किताबों की चोरी, फांसी जमीन पर कब्जा, घोसियान की जमीन पर कब्जा, यह सब रामपुर में मेरे आने से पहले ही आजम खां ने शुरू किए थे यह एक दिन की बात नहीं, कई वर्षों से चला आ रहा है जो आज़म ने तानाशाही दिखाकर रामपुर की जनता की आंखों में धूल झोकी। और रामपुर का माहौल खराब करते हुए डर खोफ वाला बनाया। गरीब मजदूर किसान लोगों को सताते हुए एक साधारण परिवार से होते हुए भी आजम खां आज अरबपति आदमी कैसे बन गया। जुल्म जयाप्रदा ने नहीं, आजम ने किया।
जयाप्रदा ने कहा कि जिला प्रशासन ने आजम को भूमाफिया घोषित किया, आप बताओ कि भूमाफिया के नाम से मशहूर आजम है जयाप्रदा। लोग यही कहेंगे कि आजम खां भू माफिया है। आज़म ने रामपुर के बच्चों का भविष्य खराब करते हुए अंधकार में धकेल दिया। आज आजम खां को खुद की गलतियों को पहचानने का समय आ गया है। जनता समझदार है। आजम की बौखलाहट या डर इसी बात का उदाहरण है कि आजम खां ने मुझे हाईकोर्ट में पार्टी बनाया है। आजम खां जानबूझकर हाई कोर्ट को गुमराह करते हुए मेरा नाम घसीट रहे हैं।
जयाप्रदा ने कहा कि जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक पर आजम खान गलत आरोप लगा रहे हैं। जिला जिला प्रशासन अपना काम कर रहा है। अगर यह लोग लोकसभा चुनाव में गड़बड़ी करते, तो आजम चुनाव नहीं जीतते, मैं ही चुनाव जीतती। आज देश में मोदी जी व प्रदेश में योगी जी के नेतृत्व में देश व प्रदेश प्रगति के मार्ग पर है, और उनका आशीर्वाद मेरे साथ है। मैं किसी भी चीज से डरने वाली नहीं हूं। मैं रामपुर में ही रहूंगी और अगर गरीब किसानों को न्याय दिलाने के लिए मुझे अपनी जान भी देनी पड़ी, तो पीछे नहीं हटूंगी।