साइकिल रैली ‘पोषण प्रभात फेरी’ कर किशोरियों ने दिया जागरूकता का संदेश
संजय ठाकुर
मऊ – कुपोषण को दूर करने के लिए सितम्बर को पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है। माह के प्रत्येक सप्ताह को अलग-अलग थीम पर विभाजित किया गया है। दूसरे सप्ताह को किशोरी सप्ताह के रूप में मनाया जा रहा है। इसी क्रम में मंगलवार को जनपद के सभी 2,587 आंगनबाड़ी केन्द्रों से किशोरी बालिकाओं द्वारा प्रभात फेरी, साइकिल रैली निकाली गयी एवं पुष्टाहार से बने विविध व्यंजनों का प्रदर्शन किया गया।
मुख्य सेविका गीता तिवारी ने बताया सरकार द्वारा निर्देशित पोषण माह के दूसरे किशोरी सप्ताह में पुष्टाहार में विविध व्यंजनों का प्रदर्शन किया गया। उन्होने बताया घरों में ही मौजूद सहजन के पत्ती का पाउडर, सूजी, गुड़, हरी पत्तेदार सब्जियां को इस्तेमाल कर व्यंजन बनाए जा सकते हैं जिससे बच्चों को पौष्टिकता के साथ आयरन युक्त आहार प्राप्त हो सके और कुपोषण की समस्या को दूर किया जा सके। इस मौके पर मौजूद विभिन्न आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं मालती, बिंदु, रंजू, गीता चौहान ने पुष्टाहार से बना हलवा, लड्डू, खीर, आलू की सहजन पाउडर मिक्स टिक्की बनाने की विधि महिलाओं और किशोरियों को सिखाई।
किशोरी रानी ने बताया मंगलवार को गाँव की सभी लडकियों ने साइकिल रैली निकाल कर पूरे गाँव में घूमी और हाथों में पोषण और स्वास्थ्य से जुड़े स्लोगन की तख्ती लेकर ‘प्रभात फेरी’ निकाली। रैली में सभी लड़कियों ने पूरे जोश से भाग लिया। उन्होने कहा एक स्वस्थ शरीर के लिए शारीरिक व्यायाम और संतुलित आहार लेना बहुत जरूरी है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) दुर्गेश कुमार ने बताया इस दिवस पर किशोरियों और उनकी माताओं को अंकुरित दालों को सहजन के पाउडर और हरी पत्तेदार सब्जियों के साथ पकाकर खाने की जानकारी दी गई। इस दौरान मीठा, नमकीन दलिया एवं लड्डु प्रीमिक्स से बनाए हुए व्यजंनों का प्रदर्शन किया गया । साइकिल रैली, पोषण से संबंधित जन जागरूकता बढ़ाने, वीरांगना दल की विशेष सहभागिता सुनिश्चित करने के अलावा प्रतिभागियों को गुड़ व चना का वितरण किया गया । साथ ही पोषण, स्वास्थ्य, स्वच्छता , स्तनपान, नवजात शिशु की देखभाल के बारे में परामर्श दिया गया। इसके अलावा महिलाओं को घरों में मौजूद खाद्य पदार्थ और हरी साग-सब्जियों से पोषक व्यंजन बनाना सिखाया गया और उसकी महत्ता के बारे में भी जानकारी दी गयी।