हास्यप्रद सत्य घटना – असली भुत, नकली भुत, भूत प्रेत का ऐसा खेला खेल, आखिर चले गए जेल
बापुनन्दन मिश्रा
रतनपुरा (मऊ)। स्थानीय क्षेत्र के दक्षिणांचल में प्रवाहित होने वाली टोंस नदी के किनारे दो पाटीदारों के मध्य काफी दिनों से भूत को लेकर चल रहे तनाव ,वाद -विवाद के मध्य पंचायत शुरू हुई। इस पंचायत में दोनों पटीदारों के विश्वसनीय ओझा और सोखा भी मौजूद थे।
जैसे ही यह खबर और लोगों की लगी की भूत को लेकर टोंस नदी के किनारे पंचायत बैठी है तो बड़ी संख्या में तमाशबीन भी उस पंचायत में पहुंच गए। काफी गर्म माहौल में पंचायत शुरू हुई दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर भूत हाक कर जान माल की व्यापक नुकसान का आरोप लगाया। तभी दोनों पक्ष इस बात पर राजी हो गए कि अपना-अपना भूत दोनों वापस ले लेंगे। एक पक्ष के सोखा कुछ देर एक मंत्र का जाप कर जो अपने हाथ में रखी कोई चीज मुट्ठी में बंद कर दूसरे पक्ष को दिया, और कहा कि यह भूत अपना ले लो, तो दूसरे पक्ष ने भूत के अस्तित्व पर ही सवाल उठाते हुए कहा यह भूत तो नकली है।
इसी बात को लेकर पुनः वाद विवाद शुरू हो गया, और देखते ही देखते यह बात विवाद आपसी तू-तू मैं-मैं एक दूसरे को देख लेने की धमकी में तब्दील हो गया। तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए किसी ने मोबाइल द्वारा 100 नंबर पुलिस को सूचित कर दिया। सूचना पाते ही 100 नंबर पुलिस पहुंच गई। पुलिस की गाड़ी की आवाज सुनते ही दोनों पक्ष के दर्जनों की संख्या में आए ओझा सोखा सिर पर पैर रखकर नौ दो ग्यारह हो गए तमाशबीनओं की भीड़ भी धीरे-धीरे चटनी लगी, 100 नंबर पुलिस ने दोनों पाटीदारों को आपने गाड़ी में बैठा लिया और ले आकर थाने के हवालात तक पहुंचा दिया.
संपूर्ण क्षेत्र में घटना जोरदार चर्चा का विषय बनी हुई है कि आज के युग में भी भूत प्रेत खोल के चक्कर में लोग आपसी वैमनस्यता कटूता का किस तरह प्रदर्शन करते हैं, और किस प्रकार समाज के सभ्य लोगों को का अपने जाल में लोगों को फंसा कर उनका शोषण और दोहन करते हैं यह घटना इसका ज्वलंत प्रमाण है।