प्रयागराज करेली क्षेत्र के जेके आशियाना गड्ढा कॉलोनी के घरों के अंदर घुसा यमुना नदी का पानी
तारिक आज़मी
प्रयागराज। गंगा और यमुना के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए लोगों में भय का माहौल बना हुआ है। खास बात यह है कि बीते शनिवार को 800000 क्यूसेक पानी माताटीला, लचुरा, बरियारपुर बांध से छोड़ा गया। गंगा में 300000 क्यूसेक पानी कानपुर बैराज व नरौरा बांध से छोड़ा गया। आज मंडलायुक्त प्रयागराज के निर्देश से लोगों में और भय का माहौल उत्पन्न हो चुका है।
उनके द्वारा बताया गया है कि चंबल नदी में बाढ़ के दृष्टिगत यमुना नदी में आगामी 3 दिन के भीतर 1600000 क्यूसेक जल प्राप्त होगा, जिसके फल स्वरुप यमुना नदी का जलस्तर 86 से 87 मीटर के बीच हो जाएगा। जो खतरे के निशान से अधिक है। गंगा और यमुना के बढ़ते जलस्तर से राजापुर गंगा पार बेली का छार व बघाड़ा के दर्जनों परिवारों को बाढ़ राहत शिविरों में पहुंचाया गया।
दोनों नदियों के बाढ़ का पानी शहर के 26 मोहल्ले व 72 गांव में घुस गया है। इससे इन इलाकों में हालात बेकाबू हो रहे हैं, और आगे भी संभावना बनी रहेगी। दोनों नदियों का जलस्तर चेतावनी बिंदु तक पहुंचने की उम्मीद से ऊपर जताई जा रही है। जो तेजी से खतरे के निशान की ओर बढ़ रहा है। यमुना के बढ़ते जलस्तर से ससुर खदेरी में दबाव बना जो ससुर खदेरी नदी का दबाव इतना ज्यादा हुआ कि करेली के जेके आशियाना कॉलोनी में प्रवेश कर चुका है। लोगों के घरों में घुस चुका है। जिससे वहां के लोगों के लिए राहत शिविर का कैंप चेतना गर्ल्स इंटर कॉलेज में लगाया।