श्रद्धा एवं हर्षोल्लास के माहौल में पूजे गए देव शिल्पी
बापुनन्दन मिश्रा
रतनपुरा(मऊ) देव शिल्पी के रूप में विख्यात भगवान विश्वकर्मा की जयंती पर क्षेत्र के सभी बाजारों में काफी चहल-पहल रही।सुबह से ही मिष्ठान एवं पूजन सामग्री की खरीदारी के लिए श्रद्धालुगणों की भीड़ ने बाजारों की रौनक बढाना शुरु किया तो यह दौर चलता ही गया।दोपहर होते-होते पूजा पाण्डालों में घंटा-घड़ियालों की गूँज से पूरा वातावरण भक्ति के आगोश में समा गया।
कहीं प्रभु नाम संकीर्तन तो कही राम चरित मानस की चौपाईयों की भक्तिमयी स्वरलहरियाँ एक अद्भुत माहौल का सृजन कर रहीं थी। यूँ तो भगवान विश्वकर्मा की जयंती सभी हिन्दू धर्मावलम्बी पूरी श्रद्धा से मनाते हैं, फिर भी खासतौर पर लौह कारोबारियों का उत्साह पूरे चरम पर देखा गया।यद्यपि कहीं-कहीं बरसात ने अपनी उपस्थिति दर्ज करा कर श्रद्धालुगणों के धैर्य की परीक्षा भी लिया।किन्तु इसका कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ा।क्षेत्र के थलईपुर, हलधरपुर, पहसा, चकरा, जमदरा आदि बाजरों मे धूम-धाम से विश्वकर्मा जयंती मनाए जाने के समाचार मिले हैं।