जय हो बिजली विभाग, एक महीने का बिल भेजा 6 अरब, 18 करोड़, 51 लाख, मचा बवाल तो हुआ इतने हज़ार
तारिक आज़मी
वाराणसी। अगर आपके घर पर अथवा संसथान पर बिजली का बिल लाखो में आ जाये तो आपकी धड़कने बढ़ जाती है। आप खुद सोचे उस विद्यालय के प्रबंधक का क्या हाल हुआ होगा जिसके पास एक महीने का बिजली का बिल 6 अरब 18 करोड़ 51 लाख रुपया आया हो। उसके दिलो की धड़कने बढ़ने के जगह शायद सुपर फ़ास्ट ट्रेन से भी अधिक रफ़्तार में चलने लगेगी।
ऐसा ही एक वाकया वाराणसी के विनायक स्थित ओ ग्रेव पब्लिक स्कूल का सामने आया है। जहा इस स्कूल में एक महीने का बिजली बिल 6,18,5150,163 रुपये यानि 6 अरब 18 करोड़ 51 लाख 50 हजार 163 आया। बिल का भुगतान नहीं करने पर सात सितंबर को कनेक्शन काटने की तिथि भी निर्धारित की गई है। अब उपभोक्ता बिल लेकर विभाग का चक्कर लगाने लगा। लेकिन वहा कोई सुनने को तैयार ही नही था।
मामला शहर के विनायका स्थित ओ ग्रेव पब्लिक स्कूल का है। स्कूल प्रबंधन ने जब बिल पर दर्ज राशि को देखा तो उसके होश ही उड़ गए। प्रबंधक बिल को लेकर विभाग पहुंचे तो वहां पहले तो कोई कुछ बताने को तैयार नहीं था। अंततः मामला मीडिया के संज्ञान में आ गया। मीडिया के संज्ञान में आने के बाद पूछने पर अधीक्षण अभियंता विजय पाल ने बताया कि इस तरह का मामला मेरी जानकारी में नहीं है और न ही कोई शिकायत मिली है। कार्यालय में अगर इस तरह का कोई बिल आया होगा तो इसकी जांच कराई जाएगी। इसके बाद मामले का निस्तारण कराया जाएगा।
मामला मीडिया के संज्ञान में आया तो विभाग में भी खलबली मच गई। फिर क्या था बिल के दुरुस्तीकरण का काम ज़ोरोशोर से शुरू हुआ। गड़बड़ी के लिया कार्यवाही और ज़िम्मेदारी भी तय किया गया। मामले में बिजली विभाग ने आज गुरुवार को कार्रवाई किया। कार्यवाही के तहत मीटर रीडिंग करने वाली एजेंसी को सख्त चेतावनी देने के साथ ही मीटर रीडर को भी हटा दिया गया है। साथ ही बिल का सुधार करके इसको दुबारा बनाया गया है जो 29 हज़ार के लगभग आया है।