मानक के अनुरूप नहीं हो रहा है नाली निर्माण, दोयम दर्जे की ईंटो से हो रहा है निर्माण
अरविन्द यादव
बेल्थरा रोड (बलिया) कहते है कि जबरा मारे तो रोवे भी न दे, यदि इस मुहावरे से आपको बात थोडा समझने में देरी लगे तो फिर कुछ इस तरह में आपको बताता हु कि “समरथ को नही दोष गुसाई।” अगर मनुष्य समर्थ है तो फिर उसकी एक करोड़ गलतियों पर भी पर्दा पड़ जाता है, और कोई बोलने वाला नही होता है। इसका जीता जागता उदहारण आपको बेल्थरा रोड में हो रहे नाली निर्माण में मिल जायेगा। जहा आदेशो और मानको को ताख पर रखकर नाली का निर्माण रद्दी क्वालिटी की ईंटो से हो रहा है। नगर अध्यक्ष से इस बाबत पत्रकार द्वारा पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि आपको जो छापना है छापते रहिए है हमारा कार्य इसी तरह होता है।
बताते चले की बेल्थरा नगर के मुख्य मार्ग पर नाले के निर्माण हो रही है। स्थानीय नागरिको का कहना है कि मिर्माण में दोयम दर्जा के ईट और सफेद बालू से नाले का निर्माण की जा रहा है। स्थानीय लोगों द्वारा ठेकेदार से पूछे जाने पर लोगों से कहा जा रहा है कि आप जाकर नगर अध्यक्ष से बात करें। नगर के मुख्य मार्ग पर ही तहसील कार्यालय, अस्पताल, पुलिस चौकी स्थित है और मुख्य मार्ग से अधिकारियों का आना जाना लगा रहता है। मगर सड़क के किनारे वन रहे नाले पर किसी अधिकारी का अभी तक दृष्टि क्यों नहीं पड़ी, यह सोचने वाली बात है। साथ ही यह विषय क्षेत्रीय लोगों में चर्चा का मुद्दा बना हुआ है पत्रकार द्वारा नगर अध्यक्ष से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि 10 साल से मैं नगर अध्यक्ष हूं जो कार्य हो रहा है उसे होने दे आपको जो छापना है छाप दे नाला तो बन रही है