कमलेश तिवारी हत्याकांड – 2015 का बयान हो सकता है हत्या का कारण, मौलाना मोहसिन शेख सहित 5 हिरासत में – डीजीपी ओ पी सिंह ………Updated
आफताब फारुकी
लखनऊ : कट्टर हिंदूवादी नेता और अक्सर विवादों में रहने वाले कमलेश तिवारी हत्याकांड में पुलिस ने अब तक तीन लोगो को हिरासत में लिया है। हत्याकांड के पीछे उनका 2015 में दिया गया बयान बताया जा रहा है। उत्तर प्रदेश डीजीपी ओपी सिंह ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात की पुष्टि करते हुवे कहा है कि कमलेश तिवारी हत्याकांड मामले में अभी तक कुल 5 लोगों को हिरासत में लिया गया है। इनमे तीन संदिग्ध क्रमशः मोहिसन शेख सलीम, फैजान और रशीद अहमल को गुजरात में हिरासत में लिया है और पूछताछ की जा रही है।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने जिन लोगों को हिरासत में लिया है, उसमें मौलाना मोहसिन शेख सहित तीनों लोग सूरत के रहने वाले हैं। पुलिस फिलहाल इन सभी से पूछताछ कर रही है। उन्होंने बताया कि कमलेश तिवारी की हत्या दुर्भाग्यपूर्ण है। जांच के लिए स्पेशल टीम बनाई गई है। गुजरात की एक मिठाई की दुकान डिब्बा मौके पर मिला था। उससे गुजरात कनेक्शन पता चला है। उन्होंने कहा कि शुरुआती जांच से तीनों आरोपी हत्या में शामिल हैं। इसके अलावा दो और लोग भी शामिल थे, जो लखनऊ में फरार हैं। इनकी कोई क्रिमिनल हिस्ट्री नहीं पता चल सकी है। लेकिन इसके बारे में पूछताछ चल रही है। जरूरत पड़ने पर रिमांड में लेकर पूछताछ किया जायेगा।
डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि कमलेश तिवारी की पत्नी की तरफ से दर्ज करवाई गई एफआईआर में मौलाना अनवारुल हक और मुफ्ती नईम कासिम को नामज़द किया गया है जिनको हिरासत में लिया गया है। पता चला है कि आरोपी राशिद पठान ने ये प्लान बनाया था और मौलाना मोहसिन शेख ने प्रेरिक किया था। उन्होंने कहा कि 2015 में कमलेश के आपत्तिजनक बयान के बाद इसकी हत्या करने वाले को ईनाम देने की घोषणा की गई थी। यह किसी आतंकवादी संगठन से जुड़ा मामला नहीं है। सुरक्षा हर जगह बढ़ा दी गई है। मौलाना मोहसिन शेख की आयु 24 साल है और वह साड़ी की दुकान पर काम करता है। जबकि फैजान (21) जूते की दुकान पर काम करता है। तीसरा आरोपी 23 साल का राशिद अहमद पठान दर्जी है और कम्पयूटर का जानकार है। यह मुख्य साजिशकर्ता था।
गौरतलब हो कि अखिल भारत हिन्दू महासभा का खुद को अध्यक्ष बताने वाले कमलेश तिवारी की उनके घर में ही शुक्रवार को हत्या कर दी गई थी। इस घटना को अंजाम देने वाले तीन संदिग्धों को सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखाई पड़े है। पुलिस मामले में एक एसआईटी बनाकर जांच कर रही है।