कमलेश तिवारी हत्याकांड – गुजरात एटीएस का दावा, पकडे गये तीनो आरोपियों ने कबूला अपना जुर्म
आफताब फारुकी
नई दिल्ली: गुजरात एटीएस ने एक बयान जारी कर इस बात का दावा किया है कि कमलेश तिवारी हत्याकांड में पकडे गये तीनो आरोपियों ने अपना जुर्म कबुल कर लिया है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक गुजरात एटीएस के डीआईजी हिमांशु शुक्ला ने इस बात का दावा किया है।
Himanshu Shukla, DIG Gujarat Anti-Terrorism Squad (ATS) on #KamleshTiwariMurder: All three that were detained have confessed to the crime. pic.twitter.com/5yw3S9UqIV
— ANI (@ANI) October 19, 2019
उधर उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर खुलासा किया है कि हिन्दू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या 2015 में उनके द्वारा एक विवादित टिप्पणी को लेकर की गई है। इसमें तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है और 2 लोगों की तलाश जारी है।
उन्होंने बताया कि सूरत से हिरासत में लिये गये संदिग्धों के नाम मोहसिन शेख, फै़जान और रशीद अहमद हैं तथा अभी तक इस घटना का आतंकवाद से संबंध होने का पता नहीं चला है। उत्तर प्रदेश के डीडीपी ने बताया कि कमलेश तिवारी के परिजनों द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी में उत्तर प्रदेश के बिजनौर निवासी अनवारूल हक और नईम काजमी के नाम हैं और उन्हें भी हिरासत में ले कर पूछताछ की जा रही है। उत्तर प्रदेश पुलिस के अनुसार अभी तक की जांच में पता चला है कि आरोपी राशिद पठान ने ये प्लान बनाया था और मौलाना मोहसिन शेख ने प्रेरित किया।
गौरतलब है कि कमलेश ने पूर्व में हजरत मोहम्मद साहब के प्रति अपमानजनक टिप्पणी की थी। इस मामले में उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था। काजमी और हक ने वर्ष 2016 में कमलेश का सिर कलम करने पर क्रमशः 51 लाख और डेढ़ करोड़ रुपए का इनाम घोषित किया था।