झूठे मुक़दमे में जेल भेजने की धमकी देकर कथित रूप से घुस लेने का आरोपी इस्पेक्टर हुआ सस्पेंड
फारुख हुसैन
लखीमपुर खीरी। एक तरफ जहां पुलिस अवैध और नकली शराब के धंधेबाजों पर कार्रवाई कर रही है, वहीं विभाग के कुछ लोग कच्ची शराब का धंधा करने वालों को यह काम जारी रखने के लिए मजबूर कर रही है। तीन महीने से यह काम नहीं कर रहे एक व्यक्ति का आरोप है कि को संपूर्णानगर थाने लाने के बाद उससे जबरन 25 हजार रुपये ले लिए गए। जब वह इससे पहले रुपये देने को तैयार नहीं हुआ तो उसे स्मैक बरामदगी के आरोप में जेल भेजने की धमकी दी गई।
पीड़ित ने आरोप लगाया कि उसे हड़काते वक्त इंस्पेक्टर राकेश कुमार सिंह के डायलॉग का वीडियो वायरल होने के बाद मामला चर्चा में है। थाना संपूर्णानगर के गांव तिरकोलिया निवासी जसकरन पहले कच्ची शराब बनाता और बेचता था। जसकरन के मुताबिक इधर करीब तीन महीने से उसने यह काम बंद कर रखा था। 15 दिन पहले परसपुर चौकी पुलिस उसके घर पहुंची और तलाशी ली तो उसके शराब पीने के लिए घर में रखा एक पौवा मिला। कथित रूप से पुलिस ने पौवा के साथ पीड़ित को पुलिस चौकी ले गई। वहां उसे छोड़ने के एवज में 25 हजार रुपये मांगे गए। रुपये न देने पर जेल में सड़ा देने की धमकी दी।
पीड़ित के आरोपों के अनुसार उसने घबराकर 10 हजार रुपये का इंतजाम कराया और कथित रूप से पुलिस को दे दिए। बाकी 15 हजार रुपये बाद में देने का वायदा किया तो पुलिस ने उसे छोड़ दिया। जसकरन ने बताया कि हफ्ते भर पहले थाने के सिपाही शाम को फिर घर आए और थाना ले गए। वहां इंस्पेक्टर ने उससे पूछा कि कितने रुपये दिए थे। उसने बताया-10 हजार। इस पर इंस्पेक्टर ने कहा कि चलो बैठो…। फिर पास खड़े सिपाही से पूछा कि स्मैक आ गई, सिपाही ने बताया-हां। इतना कहलवाने के बाद इंस्पेक्टर ने जसकरन से अंदर कमरे में बैठने का इशारा करते हुए कहा कि 15 हज़ार और मंगवाओ जो बाकी हैं, नहीं तो स्मैक में जेल जाओ।
जसकरन ने बताया कि सुबह गांव का एक व्यक्ति सिफारिश में थाना पहुंचा। उसके माध्यम से उसने 15 हजार रुपये की व्यवस्था कराई और पुलिस को दिए। तब पुलिस ने उसे छोड़ा। इस पुरे प्रकरण में कथित रूप से एक वीडियो वायरल होना शुरू हो गया है, जैसे ही वीडियो वायरल हुआ और इस पूरे प्रकरण की जानकारी एसपी पूनम को हुई उन्होने तत्काल कार्यवाही करते हुये इंसपेक्टर को निलंबित कर दिया है।