दीपावली पर हुई आतिशबाजी से देर रात रामपुर गुड्स ट्रांसपोर्ट में रखा लगभग एक करोड़ का माल स्वाह
गौरव जैन
रामपुर – जंहा एक तरफ पूरा शहर दीपावली पर आतीशबाजी जश्न में डूबा हुआ था वही रात करीब 12, बजे पुराना रोडबेज बस अडडे के पीछे फ्रैड्स कालेनी में रामपुर गुड्स ट्रांसपोर्ट में अचानक आग लग गई। जिससे आसपास के रहने वाले लोगों ने आग देखकर चिल्ल्लाना शुरू कर दिया लेकिन बहुत कम लोग ही लोगों की चीख सुनकर मौके पर पहुचे।
कालोनी के रहने वाले जाहिद और भाजपा नेता हसराज पप्पू के अलावा अन्य लोगो ने सबसे पहले आग लगने पर सूचना ट्रांसपोर्ट के मालिक सुरजीत सिह आहुजा को दी इससे पहले लोगो ने फायर बिग्रेड और डायल 100 पर सूचना दी लेकिन दीपावली के कारण फायर बिग्रेड आग लगने के एक घन्टा बाद घटना स्थल पर पंहुची। इस बीच कालोनी के लोगो ने आग बुझाने की कोशिश की लेकिन ट्रांसपोर्ट के अन्दर कैमिकल के भरे रंखें ड्रम और कपडों की गाठों ने आग पकड़ ली और देखते ही देखते आग ने भंयकर रूप ले लिया। फायर बिग्रेड की एक गाडी का पानी कब खत्म हुआ पता ही नही चला इसके बाद फायर बिग्रेड को कही पानी भरने की जगह नही मिली। बाद में काफी देर बाद किसी तरह पानी लेकर लौटी फायर बिग्रेड दोवारा पहुची तब तक आग काफी फैल चुकी थी।
आग के तेजी पकड़ते ही लोगों को लगा की पास में ही दो गैस की एंजेसिया है अगर वंहा तक आग पहुंची तो आस पास का पूरा इलाका ही आग की चपेट में आ जायेगा और किसी का घर और जान नही बचेगीं मगर एंजेंसी मालिकों और पास में रहने वाले भाजपा नेता जिनके रिश्तेदार की गैस एजेंसी है ने बताया कि यहा पर केवल गैस एंजेंसी का कार्यालय है सिलेन्डर नही होते है तब जाकर लोगो का थोड़ी राहत महसुस हुई। लेकिन फिर भी आजकल हर घर में एक दो सिलेन्डर होना आम बात है। लोग बुरी तरह डर गए थें बाद में आग भड़कते ही फायर बिग्रेड अधिकारी द्वारा आनान फानन में शहर के अलावा बिलासपुर, स्वार, मिलक की तहसीलो के अलावा मुरादाबाद जनपद से चार फायर बिर्गेड की गाडियों समेत लगभब दस गाडियो ने आग पर पाच घन्टे तक कडी मशक्कत करने के बाद आग पर काबू पाया।
अगर जिस हिसाब से भरी आबादी वाली जगह पर गैस एंजेंन्सी, ट्रांसपोर्ट और कई वर्कशाप हो वहा पर एक भी जगह पर पानी का साधन नही है जो घटना के बाद काम आ सकें। अगर पानी भरने की व्यवस्था होती तो शायद इतनी बडी घटना होने से बच सकती थी । ट्रांसपोर्ट के मालिक ने आग लगने की वजह दीपावली पर हुइ आतीशबाजी का मुख्य कारण बताया है। आग लगने में हुए नुकसान का आकलन लगाने के बाद ही पता लगेगा लेकिन जिस हिसाब से आग लगी है उससे तो लगता है नुकसान लाखों में नही करोड़ तक पहुंच सकता है।