वाराणसी पुलिस के हत्थे चढ़ा 50 हज़ार का इनामिया कुख्यात रुपेश सेठ
ए जावेद
वाराणसी। वाराणसी की क्राइम ब्रांच और कैंट थाने की पुलिस ने 10 साल से फरार चल रहे 50 हजार के इनामीया कुख्यात अपराधी रुपेश सेठ को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल किया है। गिरफ्तार हुआ रुपेश सेठ दहशत का दूसरा नाम जाना जाता था। जरायम जगत में रुपेश सेठ को बड़े अपराधी के तौर पर जाना जाता था। गिरफ्तार बदमाश आदमपुर के कोनिया इलाके का निवासी था। ३२ बोर की पिस्टल और कारतूस तथा लूट के ३२ लाख के कच्चे सोने सहित रूपेश सेठ को शुक्रवार को कैंट रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया है।
एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने पत्रकारों को बताया कि वाराणसी जोन के 10 ज़िलों के टॉप 10 बदमाशों में शुमार रूपेश के खिलाफ गंभीर किस्म के 46 मुकदमे दर्ज हैं। फरार होने के बाद रूपेश आसाम के कामरूप जिले में रह रहा था। बीच-बीच में वह वाराणसी और आसपास के जिलों में आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने के लिए आता था। उधर, रूपेश ने बताया कि वह और उसका गिरोह वर्ष 1997 से सर्राफा कारोबारियों से लूटपाट और हत्या कर रहा है।
रूपेश को गिरफ्तार करने वाली टीम में क्राइम ब्रांच प्रभारी विक्रम सिंह, इंस्पेक्टर कैंट अश्वनी कुमार चतुर्वेदी, एसआई प्रदीप यादव, सुमंत सिंह, पुनदेव सिंह, घनश्याम वर्मा, सुरेंद्र मौर्या, रामभवन यादव, रामबाबू, कुलदीप सिंह, चंद्रसेन सिंह और सुनील राय की टीम शामिल रही।