वाराणसी – सराय हड्हा में बिजली विभाग के जेई से मारपीट प्रकरण में आया एक और रुख सामने, क्षेत्रिय नागरिको ने लगाया जेई पिंटू सिंह पर यह बड़ा आरोप
तारिक आज़मी
वाराणसी का बिजली विभाग और विवादों का चोली दामन का रिश्ता जारी है। भले ही लोग बदनाम पुलिस विभाग को करे मगर शायद प्रदेश का एकलौता विभाग ऐसा है जो विवादों से अपना चोली दामन का रिश्ता रखता है। शायद ही कोई ऐसा क्षेत्र वाराणसी का होगा जहा बिजली विभाग के लोगो पर बड़े आरोप न लगते हो। फर्क सिर्फ इतना पड़ता है कि अन्य विभागों के कर्मियों और अधिकारियो पर लगने वाले आरोपों को जनता जान जाती है क्योकि विभाग कार्यवाही कड़ी करता है। मगर बिजली विभाग पर लगे आरोपों को आम जनता जान नही पाती है क्योकि विभाग के द्वारा कार्यवाही कभी इतनी कड़ी हुई ही नही की लोग जान सके।
ऐसा ही मामला वाराणसी के बहुचर्चित जेई बेनिया पिंटू सिंह का सामने आया है। प्रकरण में पिंटू सिंह जेई के बयान को पहले आधार माने तो बिजली चेकिंग के दौरान सराय हड़हा के एक बिल्डर सोनू ने अपने कुछ अज्ञात साथियों के साथ उनके ऊपर जानलेवा हमला किया था। जिसमे लोगो ने उनको मार पीट कर घायल कर दिया था। घटना के बाद जेई पिंटू सिंह के समर्थन में पूरा विभाग मौके पर पंहुचा था और फिर मामले में चौक थाने में तहरीर दिया गया जिसके आधार पर चौक पुलिस ने प्रकरण में गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा कर कर लिया। शांति व्यवस्था को तरजीह देते हुवे मौके पर पुलिस बल भी उपलब्ध करवाया गया।
इस प्रकरण में आज एक और मोड़ सामने आया है। आज सुबह जब मामले की जानकारी क्षेत्रिय नागरिको और व्यापारियों को हुई तो प्रकरण में दूसरा मोड़ आरोप प्रत्यारोप का भी सामने आया। घटना के सम्बन्ध में क्षेत्रिय नागरिको और व्यापारियों ने आरोप उलटे जेई पिंटू सिंह पर लगाते हुवे आक्रोश की स्थिति उत्पन्न कर दिया। क्षेत्र के संभ्रांत नागरिको के समझाने पर मामले को अधिकारियो के संज्ञान में डालने पर नागरिक और व्यापारी राज़ी हो गये। अगर क्षेत्रिय नागरिको और व्यापारियों के आरोपों पर ध्यान दे तो घटना में मारपीट मौके पर होना तो सामने आ रहा है। मगर कुछ अज्ञात उपभोक्ताओं के द्वारा मारपीट की बात आ रही है।
घटना के सम्बन्ध में क्षेत्रिय नागरिक और व्यापारियों का उलटे आरोप जेई पिंटू सिंह पर ही है। उनके आरोपों को देखे तो मामला अवैध वसूली से जुडा हुआ है। क्षेत्रिय नागरिको का कहना है कि घटना के समय जेई पिंटू सिंह अपने साथ 8-10 प्राइवेट लोगो के साथ क्षेत्र में कथित रूप से बिजली चेकिंग कर रहे थे। इस दौरान एक मकान पर बिजली के बड़ा बकाया होने की बात सामने आई। भवन स्वामी का कहना था कि बकाये की रकम का चेक पूर्व में ही दिया जा चूका था, परन्तु चेक क्लियर नही हुआ, भवन स्वामी के आरोपों को आधार माने तो चेक के बदले वह नगद रुपया देने के लिए एक दिन का समय मांग रहा था। मगर जेई पिंटू सिंह के साथ आये प्राइवेट बिजली वाले इसके एवज में जेब खर्च मांग रहे थे।
भवन स्वामी का आरोप है कि इसी जिच के बीच जेई पिंटू सिंह एक घर के अन्दर घुस गये, जबकि मकान में बिजली का मीटर बाहर ही लगा हुवा है। भवन स्वामी का आरोप है कि इस दौरान जेई पिंटू सिंह और उनके साथ आये लोगो ने क्षेत्रिय सम्भ्रांत लोग जो मामले में बीच बचाओ की स्थिति में थे के साथ अभद्रता करना शुरू कर दिया। प्रकरण बढ़ने पर मामला मारपीट तक पहुच गया।
घटना के सम्बन्ध में बिल्डर सोनू ने हमसे बात करते हुवे कहा कि घटना क्या हुई मुझको खुद नहीं पता है। मुझको सिर्फ बिजली विभाग के जेई के द्वारा बलि का बकरा बनाया जा रहा है क्योकि मैं उनके द्वारा दिए गये “बिजली जलाने के विशेष आफर” को ठुकरा चूका हु और खुद बिजली का सही उपयोग करता हु। सोनू बिल्डर ने कहा कि घटना के समय तो मैं अपने घर पर था भी नहीं और रात को वापस आने पर मुझको घटना की जानकारी प्राप्त हुई। सुबह जाते समय जल्दबाजी में मेरा फोन भी घर पर ही छुट गया था तो कोई फोन पर भी मुझको इस घटना की सुचना नही दिया। जब मैं रात को वापस आया तो मामले की जानकारी हुई थी। निजी द्वेष वश मुझको बलि का बकरा बना दिया गया है।
वही क्षेत्रिय नागरिको ने उच्चाधिकारियों से प्रकरण की निष्पक्ष जाँच की मांग करते हुवे कहा है कि मामले में अधिकारी स्वयं निष्पक्ष जाँच करवा ले। प्रकरण में जेई की भूमिका की जाँच भी करवा ले और पुरे जेई के कार्यक्षेत्र से जेई पिंटू सिंह के सम्बन्ध में जानकारी इकठ्ठा कर ले और निष्पक्ष कार्यवाही करे।
मामले में क्षेत्रिय पार्षद मोहम्मद सलीम ने कहा कि “बिजली विभाग के द्वारा कथित जाँच के नाम पर आम नागरिको को केवल परेशान किया जाता है। बिजली के कनेक्शन लेने के नाम पर जमकर वसूली होती है। शायद ही कोई ऐसा इलाका होगा जहा पर बिजली विभाग का दलाल न मिले आपको। विभाग से हमारी मांग है कि जेई पिंटू सिंह की निष्पक्ष जाँच करवा लिया जाए, यहाँ तक की उनकी आया और संपत्ति की जाँच करवा लिया जाए, दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा।” उन्होंने कहा कि पुरे इलाके में अवैध वसूली की शिकायते लगातार आती रहती है मगर शिकायतों का निस्तारण नही होता है और न ही बिजली विभाग शिकायतों पर कोई कार्यवाही करता है। विभाग को अपनी विश्वसनीयता बरक़रार रखने के लिये निष्पक्षता अपनानी होगी।
बहरहाल, प्रकरण को लेकर क्षेत्र में चर्चाओं का बाज़ार गर्म है। वही प्रकरण में क्षेत्रिय नागरिको में रोष भी व्याप्त है। इस दौरान दालमंडी व्यापार मंडल की एक बैठक भी हुई है, जिसमे इस प्रकरण पर गहन मंत्रणा के बाद निष्कर्ष निकला कि घटना के सम्बन्ध में ज़रूरत पड़ने पर उच्चाधिकारियों का दरवाज़ा खटखटाया जाएगा।