बार काउन्सिल आफ इंडिया ने लिखा विभिन्न बार को पत्र, कहा वकीलों द्वारा हिंसा के कारण हम लोगो के बीच सहानुभूति खोते जा रहे है
आफताब फारुकी
नई दिल्ली: बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) ने शनिवार को तीस हजारी अदालत परिसर में झड़प के दौरान कथित पुलिस कार्रवाई की निंदा की, जिसमें लगभग 10 पुलिस कर्मी और कई वकील घायल हो गए थे। बीसीआई ने इस पुलिस कार्रवाई को क्रूर करार दिया और पुलिस के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी।
इसके बाद बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने विभिन्न बार को एक पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि साकेत कोर्ट के वकील द्वारा पुलिस कर्मी की पिटाई, ऑटो चालक के साथ धक्कामुक्की और आम नागरिकों की पिटाई जैसी घटनाएं बेहद शर्मनाक है। बार काउंसिल ऑफ इंडिया इसे कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। बार काउंसिल ने अपने पत्र में कहा कि हमें उन वकीलों की पहचान करनी चाहिए जो गुंडागर्दी में लिप्त रहे थे। साथ ही बार काउंसिल ने वकीलों से अनुरोध भी किया कि वे अपना विरोध समाप्त करें।
काउंसलि ने अपने पत्र में लिखा कि वकीलों द्वारा की गई हिंसा की वजह से आज हम लोगों के बीच सहानुभूति खोते जा रहे हैं। बीसीआई के अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा ने अपने पत्र में कहा कि ऐसे उपद्रवी तत्व संस्थान की छवि को धूमिल कर रहे हैं और यह इन अधिवक्ताओं को प्रोत्साहित करने वाले बार निकायों की निष्क्रियता और सहिष्णुता है, जिसके परिणामस्वरूप अंततः उच्च न्यायालयों या सुप्रीम कोर्ट द्वारा “अवमानना कार्यवाही” की जाएगी।