विधीविधान से खोले गये दुधवा के कपाट, सैलानियों के चेहरें पर देखने को मिली खुशी
फारुख हुसैन
पलिया कलां खीरी÷ उत्तर प्रदेश का एकमात्र राष्ट्रीय उद्यान एक बार फिर पंद्रह न॔वबर यानी की आज पर्यटकों के लिए विगत वर्षों की भांति विधीविधान से फीता काटकर पुनः खोल दिया गया। जिससे पर्यटकों में खुशी की लहर दौड़ गयी। दुधवा खुलने के आगाज पर पर्यटको को पहले दिन निशुल्क ही जंगल में प्रवेश मिलता है दुधवा खुलने के कारण पहले दिन बहुत से पर्यटक दुधवा में मौजूद जिप्सी गाड़ियों से वन्यजीवों के दर्शन के लिये जंगल के अंदर गये जहां उन्होने बंगाल टाइगर के साथ साथ अन्य वन्यजीव और प्राक्रतिक सौन्दर्य का आन्नद भी लिया। पहले दिन आये सैलानियों के साथ मिलकर दुधवा के अधिकारियों ने भी घने जंगलों का भ्रमण किया।
आपको बता दें कि आज से विगत वर्षों की भांति एक बार फिर से आप दुधवा टाइगर रिजर्व के प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकेंगे। पर्यटन सत्र का आगाज दुधवा टाइगर रिजर्व के जी एम वन निगम के0के0 सिंह के द्वारा पूजा अर्चना कर फीता काटकर किया गया जिनके साथ मनोज कुमार सोनकर उपनिदेशक दुधवा टाइगर रिजर्व प्रभाग पलिया खीरी, डॉक्टर अनिल कुमार पटेल उपनिदेशक बफर जोन दुधवा टाइगर रिजर्व प्रभाग लखीमपुर खीरी एवं समीर वर्मा प्रभागीय वन अधिकारी मौजूद रहे।
इस अवसर पर पर्यटकों को दीदार कराने हेतु वहीं दूर दराज़ से आए सैलानियों को जहाँ सबकी लाडली दुर्गा (हाथी का बच्चा) ने लोगों का मनोरंजन किया वही सैलानियों ने छोटे भीम के साथ सेल्फी खिंचा कर यादगार पलों को कैमरे में कैद किया, इसके अलावा दुधवा नेशनल पार्क खुलने के पहले ही दिन दूर दराज़ आय वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर ने भी उत्साह दिखाया। पर्यटकों हेतु नेचर कंजर्वेशन एंड इको फाउंडेशन के सचिव लीलाधर उर्फ सोनू एवं उनकी टीम गाइड, चालकों द्वारा दुधवा टाइगर रिजर्व के पशु पक्षियों के फोटो की प्रदर्शनी भी लगाई गई जो कि पर्यटको का मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा।आपको यह भी बता दें कि दुधवा में आपको वन्यजीवों के दीदार करवाने और आपको जंगल और जंगल से जुड़ी जानकारी देने के लिये गाइड जिसमें युवक और युवतियां भी पूरी तरह से तैय्यार दिखाई दी।
पर्यटन का आगाज करने से पूर्व पर्यटन के मुख्य द्वार एवं प्रवेश इंट्री पर दून इंटरनेशनल स्कूल पलिया खीरी एवं टाइगर डेन सोसाइटी पलिया खीरी के छात्र एवं छात्राओं द्वारा रंगोली बनाकर साज-सज्जा का कार्य पूर्ण किया गया।पूरे कार्यक्रम के प्रबंधन का कार्य वन्य जीव प्रतिपालक दुधवा एवं बिलरायां शशिकांत अमरेश द्वारा किया गया।
नए पर्यटन सत्र की विशेषताओं के बारे में मुख्य अतिथि केके सिंह जीएम वन निगम एवं उप निदेशक दुधवा टाइगर रिजर्व प्रभाग पलिया खीरी द्वारा बताया गया। इस अवसर पर क्षेत्रीय वन अधिकारी दुधवा सोबरन लाल, सठियाना तुलसीराम दोहरे, उत्तर सुनारीपुर प्रदीप कुमार वर्मा, विनय कुमार वर्मा, रमेश कुमार वरिष्ठ सहायक आदि उपस्थित रहे। दुधवा पर्यटन के शुभारंभ के साथ-साथ पर्यटन का अभिन्न अंग किशनपुर वन्य जीव बिहार के भी द्वार पर्यटकों हेतु एक साथ ही खोल दिए गए, जिसकी साज सज्जा एवं आगंतुकों का स्वागत स्वयं क्षेत्रीय वन अधिकारी किशनपुर रामबरन यादव वन्य जीव प्रतिपालक तौफीक अहमद व उनके स्टाफ द्वारा किया गया।