अवैध खनन रोकने में नाकाम हो रहा वन विभाग, नेपाल में लगे ईट भट्टों का ईंधन बन रहा है दुधवा
फारुख हुसैन
पलिया कला खीरी. इन दिनों दुधवा नेशनल पार्क वन क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले इलाके से खनन माफिया मिट्टी और बालू खोदकर दिन दूनी रात चौगुनी प्रगति कर रहे हैं और अधिकारी स्टाफ की कमी का बहाना बताकर अपनी जेबें भरने की जुगत में है। इतना ही नहीं आपको बता दें कि ठंड का मौसम आते ही दुधवा नेशनल पार्क के चारों ओर रहने वाली आबादी लकड़ी बीनने के लिए चौतरफा दुधवा वन्य जीव अभ्यारण पर आक्रमण कर रही है। विभाग के पास सुरक्षा के नाम पर कुछ सौ वाचर ही मौजूद है।
हजारों की संख्या में महिलाएं बच्चे हर उम्र के लोग चारों ओर से लकड़ी बीनने के लिए जंगल में आते हैं जिन्हें रोक पाना वन विभाग के बस की बात नहीं। भारत नेपाल सीमा पर लगे ईद के भट्ठों मैं लकड़ी की खपत भी दुधवा नेशनल पार्क ही पूरी कर रहा है। मामला अब लकड़ी बेचने तक ही नहीं सीमित रह गया है खनन तस्कर खाली पड़ी वन भूमि से मिट्टी की खुदाई कर आसपास के इलाके में महंगे दामों पर बेच रहे हैं यह सब देखते हुए भी अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं।
अभी हाल में ही पिछले हफ्ते पलिया इलाके से कुछ लोगों को वन क्षेत्र से मिट्टी खोदकर बिक्री करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था इसी तरह यह गिरफ्तारी कभी-कभार ही होती हैं लेकिन बड़े स्तर पर वन भूमि को बचाने के लिए आज तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई यह भी जांच का विषय है।