महाराजगंज डिपो के दबंग कर्मचारी, त्रस्त जनता
प्रदीप चौधरी
महाराजगंज- (ठूठीबारी)। लगता है कि उत्तर प्रदेश सरकार को अपने परिवहन कर्मचारियों को वाहन संचालन के साथ लोगों से बर्ताव का सुलूक भी सिखाना पड़ेगा। हम आप आए दिन रोडवेज कर्मचारियों के द्वारा यात्रियों के साथ बदसलूकी व दुर्व्यवहार की खबरें सुनते रहते है,अभी तक तो रोडवेज कर्मचारियों की गुंडई बस में यात्रियों के साथ ही देखी गई थी, जिसमें आए दिन अधिक भाड़ा व फर्जी टिकट के मामले सुनने में आते रहें।
इसी क्रम में महाराजगंज डिपो के कर्मचारी दो कदम आगे बढ़ गए। मामला यह है कि ठूठीबारी में रोडवेज की बसों को खड़ा होने व सवारी भरने के लिए एक निर्धारित जगह मुकर्रर है परंतु आज दोपहर रोडवेज की दो बसे यूपी 53 बीटी 3348 वह यूपी 53 डीटी 6720 अपने निर्धारित जगह से आगे बढ़कर सड़क पर खड़ी होकर सवारियां बैठाने लगे।
चुकी सड़क के दूसरी तरफ विद्यालय है व कस्बे का रास्ता होने के नाते सड़क काफी व्यस्त रहती है। सड़क पर लगते जाम को वह देखते हुए स्थानीय लोगों ने परिवहन कर्मचारियों से बस को आगे बढ़ाने या स्टैंड पर लगाने का आग्रह किया। परंतु रोडवेज चालकों ने लोगों की बात अनसुनी कर दी व काफी देर तक सड़क पर खड़े रहे।
स्थिति विकट होते देखकर स्थानीय लोगों ने इकट्ठा होकर जब विरोध किया तो दोनों बसों के चालकों ने बस को बीच रास्ते में अगल-बगल खड़ा करके पूरा रास्ता ही जाम कर दिया और स्थानीय लोगों को धमकी देते हुए कहने लगे कि हम रोडवेज के कर्मचारी हैं। हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा। अगर कोई हमें रोकने या टोकने आएगा, तो हम बस उसके ऊपर चढ़ा देंगे। रोडवेज चालकों के इस व्यवहार से सड़क काफी देर तक जाम रही और लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। काफी सम्मान मनोबल व समझौते के बाद बस चालकों ने बस को आगे बढ़ाया।
पर सवाल यह उठता है कि क्या पब्लिक की सेवा में लगे यह कर्मचारी पब्लिक की सेवा कर रहे हैं या बीच रास्ते गुंडागर्दी कर रहै है ? यह तो परिवहन विभाग के बड़े जिम्मेदार अधिकारी ही बता सकते हैं।