महाराष्ट्र में सियासी घमासान के बीच एनसीपी-कांग्रेस और शिवसेना ने पेश किया सरकार बनाने का दावा, समर्थन पत्र में एनसीपी के केवल 51 विधायको की दस्तखत
जुबैर शेख/ रिजवान अंसारी
मुंबई: महाराष्ट्र में जारी सियासी घमासान के बीच एनसीपी-कांग्रेस और शिवसेना ने विधायको के समर्थन पत्र के साथ राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात किया और सरकार बनाने का दावा पेश करते हुवे 162 विधायको के समर्थन पत्र राज्यपाल को सौपा है। इसमें निर्दल मिलाकर शिवसेना के 63 विधायक, कांग्रेस के 44 विधायको सहित सपा के दो और एनसीपी के 51 विधायको का समर्थन पत्र है।
लेकिन यहां गौर करने वाली बात यह है कि शरद पवार की पार्टी एनसीपी के 54 में से केवल 51 विधायकों के ही हस्ताक्षर इस चिट्ठी पर हैं। तीनों पार्टियों ने दावा किया है कि उनके पास बहुमत साबित करने का आंकड़ा है। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के पास भेजे गए एक पत्र में तीनों पार्टियों ने दावा किया है कि राज्य में सरकार गठन के लिए आवश्यक आंकड़ा उनके पास है। पत्र पर शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के विधायक दल के नेताओं एकनाथ शिंदे, जयंत पाटिल और बालासाहेब थोराट के हस्ताक्षर हैं। तीन दलों के चुनाव पश्चात बने गठबंधन ‘महा विकास अघाड़ी’ ने दावा किया कि उनके पास बहुमत है जबकि हाल में शपथ ले चुके मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पास सरकार गठन के लिए विधायकों का आवश्यक आंकड़ा नहीं है।
तीनों दलों ने पत्र में लिखा है है कि विश्वास मत में फडणवीस के बहुमत साबित करने में असफल होने के बाद सरकार गठन के शिवसेना के दावे पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमने शिवसेना के दावे का समर्थन कर रहे राकांपा और कांग्रेस के विधायकों के नाम की सूची संलग्न की है। इसके अलावा कई छोटे दलों और निर्दलीय विधायकों की सूची भी है जिन्होंने हमें समर्थन दिया है। सरकार गठन के लिए हमें तत्काल बुलाया जाना चाहिए।