देवेन्द्र फण्डनवीस द्वारा प्रस्तुत बहुमत का पत्र और राज्यपाल द्वारा जारी आमंत्रण पत्र कल सुबह दस बजे प्रस्तुत करे – सुप्रीम कोर्ट
तारिक आज़मी
डेस्क. सुप्रीम कोर्ट में आज महाराष्ट्र में सरकार के घमासान के बीच सुनवाई शुरू हुई। सुबह 11:30 पर जारी हुई सुनवाई में याचिकाकर्ताओ ने तत्काल फ्लोर टेस्ट की मांग किया है। इस सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने फंडनविस और अजीत पवार को आमंत्रित करने हेतु दिए गए पत्र की मांग किया है। इस दौरान मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस जारी किया है।
बताते चले कि कल सुबह जब सरकार बनाने की कवायद चल रही थी अचानक तभी सुबह राज्यपाल भवन में देवेन्द्र फण्डनवीस ने मुख्यमंत्री और अजीत पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ले लिया था। इसके विरुद्ध एनसीपी-शिवसेना और कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट का रुख करते हुवे तत्काल फ्लोर टेस्ट की मांग किया है। सुनवाई के बाद अदालत ने वह सभी पत्र की मांग किया है जिसका हवाला सरकार बनने में दिया गया है। इस क्रम में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री दोनों को ही नोटिस जारी किया गया है। याचिकाकर्ताओ ने इस प्रकरण में कर्णाटक का हवाला दिया है।
सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को नोटिस जारी करके उन पत्रों को कल सुबह दस बजे प्रस्तुत करने की का आदेश दिया है जिसके आधार पर सरकार बनी और उस चिट्ठी की मांग किया है जो राज्यपाल ने सरकार बनने हेतु जारी किया था। सालिसिटर तुषार मेहता को इस हेतु कल सुबह दस बजे तक का समय दिया गया है।