चार बच्चो को अनाथ छोड़ माँ आशिक के साथ तो बाप माशूक के साथ हुआ रफूचक्कर, वाराणसी के इस दरोगा ने इन अनाथ बच्चो को दिया सहारा

अमित श्रीवास्तव

वाराणसी. पुलिस को अमूमन जानता अमानवीय रूप मे देखती है। लेकिन पुलिस वाला भी हम लोगो के तरह ही एक दिल रखती है। जिसका नजारा आप तस्वीरों मे साफ तौर पर देख सकते है। पिछले दो दिनों से तीन अनाथ बच्चे घूम रहे रहे थे, उन बच्चो के माँ बाप तो है, लेकिन बच्चो को छोड़ माँ अपने आशिक के साथ फरार है, और बाप अपने माशूका के साथ। आज उन्ही अनाथ बच्चो के माँ व बाप की जगह निभा रही है वाराणसी पुलिस का एक दरोगा।

आइये आपको मिलवाते एक ऐसे शक्स से जो पुलिस की नौकरी मे रहने के बाद भी इन अनाथ बच्चो की माँ व बाप की जगह निभा रहा है। इन्हे रोता हुवा देख जब एक छोटे बच्चे को अपनी गोद मे उठा लिया और उसमे एक बच्चे ने इन्हे पापा कह कर बुलाया तो वो खुद को रोने से नहीं रोक पाये। चेतगंज थाना अंतर्गत नाटी इमली पर तैनात सबइंस्पेक्टर वैधनाथ सिंह इन दिनों सेकंड अफसर के रूप मे नाटी इमली चौकी पर तैनात है।

इन अनाथ हो चुके बच्चो के सम्बन्ध में मिली जानकारी के अनुसार इनकी माँ अपने पति को छोड़ आशिक के साथ रफूचक्कर हो गई, वही बाप भी दो हाथ आगे निकलकर अपनी माशूका को लेकर रफूचक्कर हो गया और ये बच्चे अनाथ रहे गए। इन बच्चो की मुलाकात दरोगा वैधनाथ से हो गई। दरोगा ने प्रेम से एक छोटे बच्चे को अपनी गोद में बैठा लिया तो उस बच्चे के भाई ने उनके पैर के पास आकर प्यार से पापा कहकर पुकारा। इस शब्द को सुनते ही एसआई वैधनाथ की आंखे नाम हो गई। उन्होंने इन बच्चो के परवरिश की ज़िम्मेदारी लिया है। एक पुलिस वाले के अन्दर इतना नर्म इंसान देख कर आस पास के लोगो की भी आँखे भर आई। क्षेत्र में इस सम्बन्ध में लोग जहा दरोगा की प्रशंसा कर रहे है वही दूसरी तरफ कलयुगी माँ बाप को कोस भी रहे है।

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