उन्नाव – अदालत सुनवाई में जा रही रेप पीडिता पर किरोसिन छिड़क कर आरोपियों ने जिन्दा जलाने का किया प्रयास, हालत गंभीर
मो. कुमैल/ आदिल अहमद
लखनऊ: पहले बलात्कार जैसे कुकृत्य की शिकायत दर्ज करवाने में मशक्कत करना, फिर उसके बाद अदालत के हस्तक्षेप करने के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। एक को गिरफ्तार भी कर लिया। पुलिस के अनुसार दुसरे के खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी है। इसके बाद भी शायद पुलिस गंभीर नही होती है और बलात्कार पीडिता के अदालत में सुनवाई को जाते समय उसे किरोसिन छिड़क कर आग लगा दिया जाता है। इसके बाद आप खुद सोच सकते है कि प्रदेश में महिला सुरक्षा का दावा कितना ज़मीनी स्तर पर काम करता है।
घटना उन्नाव जनपद की है। यह जनपद सेंगर के घटना के बाद से अचानक चर्चा का केंद्र बना हुआ था। आज एक और कड़ी इस चर्चा में जुड़ गई जब उन्नाव में एक रेप पीड़िता को आरोपियों ने जिंदा जलाकर मारने की कोशिश की है। लड़की को गंभीर हालात में लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्रॉमा सेंटर रिफर किया गया है।
बताया जाता है कि रेप पीडिता लड़की उन्नाव की रहने वाली है, जिसके साथ रायबरेली में बलात्कार हुआ था, वहीं पर केस चल रहा है। घटना के सम्बन्ध में प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरुवार सुबह जब रेप पीडिता केस की सुनवाई के लिए रायबरेली के लिए घर से निकली तो आरोपी ने अपने साथियों के साथ उसके ऊपर केरोसिन छिड़ककर आग लगा दी। जिससे वह बुरी तरह से जल गई है। चिकित्सको के अनुसार वह 70 फीसद के तक जल गई है और उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। अधिकारियो के अनुसार घटना हेतु पीड़िता ने पांच आरोपियों के नाम बताए हैं, इनमें से 3 को पहले पकड़ लिया गया था। बाद में दो आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया। उन्नाव में पुलिस अधिकारी विक्रम वीर ने बताया है कि हमें सुबह सूचना मिली थी। उसने आरोपियों के नाम बता दिए हैं। इस मामले में आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीम बनाई गई। तीन को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया है। हम बाकी के दो लोगों को तलाश कर रहे हैं।
बताते चले कि 23 साल की पीड़िता ने मार्च में उसके गांव के रहने वाले दो लोगों के खिलाफ रेप की शिकायत दर्ज करवाई थी। महिला ने मामले दर्ज करवाते हुए आरोप लगाया था कि उसके साथ रेप करके वीडियो बनाया गया है। स्थानीय कोर्ट की दखल के बाद मामला रायबरेली जिले में दर्ज किया गया था। जिसके बाद पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन वह जमानत पाने में कामयाब रहा। दूसरे आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया था। पुलिस का दावा है कि उन्होंने उसकी प्रॉपर्टी को अटैच कर लिया था और उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया था। पुलिस के मुताबिक वह फरार था।