तो क्या क़र्ज़ के चलते किसान ने किया है आत्महत्या ?
फारुख हुसैन
लखीमपुर खीरी लखीमपुर खीरी में एक बार फिर हमारे अन्नदाता ने बैंक का कर्जा न चुका पाने और बैंक के अधिकारियों द्वारा परेशान करने के चलते आम के पेड़ से लटककर अपनी जीवन लीला समाप्त कर दी और एक बार फिर हमारी सरकार के बड़े बड़े दावे फेल साबित हो गये। ये वहीं अन्नदाता है जो खेतों में हाड़ तोड़ मेहनत कर फसल उगाता है लेकिन फिर भी ?
आपको बता दें की यह पूरा मामला लखीमपुर खीरी जिले के मैलानी थाना क्षेत्र के कुकरा ग्राम के ग्रांट नंबर तीन का है जहां पर 40 वर्षीय किसान दीदार सिंह ने आम के पेड़े में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। किसान दीदार सिंह के पिता बलदेव सिंह ने अपनी चार एकड़ जमीन पर 5 लाख 67 हजार का कर्जा इलाहाबाद बैंक से लिया था। पिता की मृत्यु हो जाने के बाद बैंक वालों ने वह कर्जा बेटे के नाम ट्रांसफर कर दिया। उसके पश्चात बैंक वाले लगातार दीदार सिंह पर बैंक का कर्जा चुकाने का दबाव बना रहे थे।
वहीं दूसरी तरफ दीदार सिंह को चीनी मिल में बेच भेजा गया गन्ने का पूरा भुगतान ना होने के चलते दीदार सिंह काफी परेशान थे और बैंक वाले लगातार उस पर कर्ज चुकाने का लगातार दबाव बना रहे थे। परिजनों का कहना है कि इसी कारण दीदार सिंह लगातार मानसिक रूप से परेशान थे। आज जब उसकी पत्नी और दोनों पुत्र खेत पर काम करने के लिए गए, तो दीदार सिंह ने आम के पेड़ से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। किसान दीदार सिंह की आत्महत्या की सूचना जब परिजनों को लगी तो घर में कोहराम मच गया। उसकी पत्नी दो बेटे और पुत्री का रो रो कर बुरा हाल है। वही जिलाधिकारी शैलेंद्र सिंह ने ने बताया मामले की जांच करा अगर कोई दोषी है तो उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाई की जाएगी।