इंडो नेपाल सीमा गौरी फंटा बॉर्डर पर महिला कैरियरों का फैला मकड़जाल
फारुख हुसैन
गौरी फंटा खीरी। इंडो नेपाल सीमा गौरी फंटा बॉर्डर पर महिला कैरियरों का फैला मकड़जाल जो सीमा पर सक्रिय कुख्यात राष्ट्र विरोधी तस्करो के इशारे पर प्रतिवन्धित सामानों की तस्करी का माल सीमा के दोनी तरफ इधर से उधर करने में सहायक हो रही है।जिससे भारत सरकार की अर्थव्यवस्था को क्षति पहुंच रही हैं बही सीमा पर तैनात सुरक्षा एजेंसियों का संरक्षण प्राप्त तस्कर एवं कैरियरों के बॉर्डर पर होने बाली तस्करी वरदान साबित हो रही है।
उल्लेखनीय हैं कि इंडो नेपाल के प्रस्तावित मार्ग सहित खुली सीमा के दर्जनों अवैध जंगली एवं नदी घाट के जरिये तस्करी के धंधे में माहिर सैकड़ों महिला कैरियर सृंखला बद्ध तरीके से खुलेआम प्रतिबन्धित सामानों की तस्करी को अंजाम दे रही हैं और सीमा के सजग पहरेदार मूकदर्शक बने हुए हैं। जिसके चलते साइकिल व रिक्शो से दैनिक सुबह से शाम तक तस्करी के धंधो को अंजाम देने बाली महिलाओ के हौसले बुलंद हैं। जिसके चलते सुरक्षा एजेंसियों के कुछ सजग पहरेदारो का संरक्षण प्राप्त महिला कैरियर को मोबाइल पर सिग्नल मिलते ही पलक झपकते ही प्रस्तावित मार्ग व अवैध जंगली रास्तो से प्रतिवन्धित सामान इधर से उधर कर देती है।
संदिग्ध कार्यों में लिप्त दक्ष महिला कैरियर तस्करी के लिये प्रशिद्ध अवैध रास्ते मोहना घाट नम्बर 1,2,3,4, एवं पिलर संख्या 171-172 के मध्य से तस्करी को अंजाम देती हैं जब अवैध रास्तो पर नेपाल की सुरक्षा एजेंसिया मुस्तेद होती है तो प्रस्तावित मार्ग का सहारा लेती है जिसमे सुरक्षा एजेंसियों के कुछ कर्मचारी इनके अवैध कारोबार को अंजाम तक पहुचाने में सहायक होते है। संदिग्ध कार्यो में लिप्त महिला कैरियर जहाँ भारत से भारी मात्रा में प्याज ,कपड़ा, मूंगफली, कास्मेटिक, हार्डवेयर, ब्राउन शुगर, नशीली दवा, एवं बिस्फोटक सामग्री सॉरा गंधक सहित आदि नेपाल पहुचाती है बही नेपाल से विदेशी सिगरेट, गुटखा, मादक पदार्थ चरस ,अफीम, चाइनीज मटर एवं जाली नोटों की तस्करी कर भारतीय सीमा में लाती है। सजग पहरेदार मूक दर्शक बनकर अपने कर्तव्यों की इतिश्री करते रहते है। जिसके चलते तस्करो एवं तस्करी पर अंकुश नहीं लग पा रहा है।