झारखण्ड चुनाव परिणाम – भाजपा की बड़ी हार और कांग्रेस गठबंधन की बड़ी जीत के तरफ अग्रसर चुनावी नतीजे, रघुबर दास ने स्वीकारी अपनी हार, जाने Latest Updates….
तारिक आज़मी
झारखण्ड चुनावों के नतीजे सामने आना शुरू हो गए है। सुबह से ही भाजपा के पिछड़ने का जो दौर चला वह लगातार जारी है और कांग्रेस-जेएमएम गठबंधन पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनांते दिखाई दे रही है। खुद झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास बीजेपी के बागी उम्मीदवार सरयू राय से काफी पिछड़ गए हैं। यही नही मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अपनी हार भी स्वीकार कर ली है। अब अगर इस हार और जीत को नज़र में रखे तो एक सीट पर ही सही मगर सरयू राय ने केवल भाजपा के प्रत्याशी को नही हराया है बल्कि एक मुख्यमंत्री ने शिकस्त एक निर्दल प्रत्याशी से खाया है।
चुनावी प्रचार के दौरान अगर देखा जाए तो भाजपा खेमे से नाराज़ होकर सरयू राय ने पार्टी छोड़ दिया था। पार्टी सूत्रों और सत्ता के गलियारे की रेड कारपेट पर चलने वाली सुगबुगाहट बताती है कि सरयू राय को खुद अमित शाह नही पसंद करते थे। एक स्पष्ट वक्ता के साथ साथ सरयू राय के पास कई भ्रष्टाचारियो के खिलाफ आवाज़ उठाने और उनके खिलाफ मुक़दमे करवाने का श्रेय जाता है। खुद सरयू राय ने मुख्यमंत्री रघुबर दास के सम्बन्ध में ऐसी ही कुछ टिप्पणी चुनाव प्रचार के दौरान किया था।
सुबह से ही पहले रुझान के साथ ही भाजपा खेमे में काफी ख़ामोशी थी। मगर एक उम्मीद रही कि हो सकता है बढ़त बन जाए मगर जैसे जैसे दिन ढलने लगा वैसे वैसे भाजपा खेमे में ख़ामोशी भी गहरी होने लगी। अब अगर देखे तो शाम जैसे गहरी हुई है वैसे ही ये ख़ामोशी भी गहरी हो गई है। एक तरफ कांग्रेस-जेएमएम अपनी पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने में लग गया है और खुशियों में मिठाई तकसीम हो रही है। वही दूसरी तरफ लार्जेस्ट पार्टी का तमगा तो भाजपा को मिल गया मगर हार को गले लगाना पड़ा। मगर शाम की गहरी ख़ामोशी ने ये भी सुकून भाजपा के खाते से छीन लिया जब कई सीट पर लगातार पिछड़ने के बाद भाजपा अभी तक के रुझान से सेकेण्ड लार्जेस्ट पार्टी ही रहेगी।
जेएमएम ने सदन में सबसे बड़ी पार्टी होने का रुझान पा लिया है और लगातार भाजपा नीचे ही सरक रही है। भाजपा जहा 6 सीट जीत कर 19 पर बढ़त बनाये हुवे है। यानि अभी तक कुल 25 सीट लाती दिखाई दे रही है। वही जेएमएम ने 8 सीट जीत कर 22 पर बढ़त बना रखी है। यानि अगर ये स्थिति अगर सीट में कन्वर्ट होकर ऐसे ही सदन में बनी रहती है तो भाजपा के पास जहा 25 सीट होगी वही जेएमएम को 30 सीट मिलेगी यानी जेएमएम सदन में सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर रहेगी। वही कांग्रेस ने अब तक 4 सीट जीत लिया है और कुल 11 सीट पर बढ़त बनाये हुवे है। अर्थात कांग्रेस के खाते में कुल 15 सीट जाती दिखाई दे रही है। वही गठबंधन का एक अन्य सहयोगी दल आरजेडी कुल एक सीट पर बढ़त बना कर रखे है जिससे गठबंधन के खाते में कुल 46 सीट जाती दिखाई दे रही है।
कांग्रेस को एक निराशा हाथ लगी है जब जमशेदपुर पूर्वी सीट से उनके प्रवक्ता को लगभग हार मिल चुकी है। कांग्रेस के प्रवक्ता गौरव बल्लभ जिन्होंने भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा को ट्रिलियन के जीरो एक लाइव डिबेट में बताया था और वह डिबेट लगातार आज भी चर्चा पाती है को समाचार लिखे जाने तक केवल 13399 वोट मिले है। वही कांग्रेस को एक सुकून मिल रहा होगा क्योकि इस सीट पर दो अन्य दिग्गज की लड़ाई में वह सामने है। ये सीट भाजपा के प्रत्याशी और मुख्यमंत्री रघुबर दास और भाजपा के प्रतिष्ठा का प्रश्न थी। निर्दल प्रत्याशी के तौर पर मैदान में आये सरयू राय ने इस सीट पर मजबूत पकड़ बना रखी है। सरयू राय 56993 मत पाकर भाजपा के प्रत्याशी और मुख्यमंत्री रघुबर दास (44179 मत) से 12814 मतों से आगे चल रहे है। इस सीट पर एक प्रकार से रघुबर दास चुनाव हार चुके है और कोई चमत्कार ही उनको जीत हासिल करवा सकता है।
इस बीच जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष और भावी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राज्य की जनता को धन्यवाद दिया है। हेमंत सोरेन ने कहा कि इस राज्य के लिए नया अध्याय शुरू होगा। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से आज की यह जीत झारखंड के लोगों के लिए उत्साह का दिन तो है कि, लेकिन मेरे लिए भी आज का दिन एक संकल्प लेने का दिन है। राज्य की जनता यहां के लोगों के आकांक्षाओं को पूरा करने का संकल्प लेने का दिन है। उन्होंने कहा कि यह सिबू सोरेन जी की मेहनत का परिणाम है। जिन उद्देश्यों के लिए यह राज्य बना था उसे पूरा करने का वक्त आ गया है।