क्रिसमस पर कांग्रेस ने साधा भाजपा पर निशाना, लिखा ‘जुमला बेल, जुमला बेल, जुमलाज ऑल द वे…, देखे क्या लगाया कार्टून
आफताब फारुकी
नई दिल्ली: कांग्रेस ने बुधवार को क्रिसमस पर गाए जाने वाले गीत ‘जिंगल बेल, जिंगल बेल’ की तर्ज पर ‘जुमला बेल, जुमला बेल’ कहकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा। इसके लिए पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी के कॉर्टून चित्र ट्वीट किए हैं। इनमें त्यौहार पर उनकी कामनाएं बताते हुए तंज कसा गया है। कांग्रेस ने ‘हैपी क्रिसमस’ हैशटैग के साथ अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया, ‘जुमला बेल, जुमला बेल, जुमलाज ऑल द वे… ओह वॉट फन इट इज टू सी वॉट एन ऑनेस्ट गवर्मेंट माइट से।’ अमित शाह के कार्टून चित्र पर लिखा गया कि वह क्रिसमस पर क्या चाहते हैं। इसमें परोक्ष रुप से NRC को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया टिप्पणी का हवाला दिया गया है।
Jumla bells, jumla bells, jumlas all the way
Oh what fun it is to see what an honest govt might say?#HappyChristmas pic.twitter.com/3wL65ekugY— Congress (@INCIndia) December 25, 2019
बता दें, देश भर में NRC लागू करने की बात लेकर अब भी विरोध जारी है। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को रामलीला मैदान में हुई रैली के दौरान स्पष्ट कर चुके हैं कि कैबिनेट में इसे लेकर कोई चर्चा नहीं हुई। अब अमित शाह ने समाचार एजेंसी ANI को दिए इंटरव्यू में कहा कि पूरे देश में NRC को लेकर अभी चर्चा करने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि इस पर अभी तक कोई विचार-विमर्श नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, ”पीएम मोदी सही थे, इसे लेकर अब तक न तो मंत्रिमंडल में कोई चर्चा हुई है और न हीं संसद में।’
वहीं देश में डिटेंशन सेंटर बनने की बात पर अमित शाह ने कहा कि देश में जो डिटेंशन सेंटर बने हैं वो एक सतत प्रक्रिया है। उन्होंने कहा कि इस देश में कोई भी नागरिक आकर नहीं रह सकता। देश का एक कानून है। शाह ने कहा कि डिटेंशन सेंटर में उन अवैध अप्रवासियों को रखा जाता है जिनके पास पासपोर्ट, वीजा कुछ नहीं होता। इसके बाद उन्हें उनके देश में डिपोर्ट करने की प्रक्रिया की जाती है। उनके कहने का आशय है कि जिन्होंने भारत में आकर शरणार्थी के दर्जे की मांग नहीं की। शाह ने यह भी कहा कि लोगों को NRC लागू होने पर डिटेंशन सेंटर में डाले जाने की बात पर झूठ फैलाया जा रहा है। गृह मंत्री ने बताया कि डिटेंशन सेंटर हर देश में होता है। अभी भारत में असम के सिवाय कहीं भी डिटेंशन सेंटर नहीं है। सिर्फ असम में एक डिटेंशन सेंटर है और कई सालों से है।