आलू बताकर नेपाल भेजा जा रहा प्याज
फारुख हुसैन
गौरीफंटा. आसमान छू रहे प्याज के दामों के कारण भारत नेपाल सीमा पर प्याज की तस्करी शुरू हो गई है। कस्टम विभाग की मिलीभगत के चलते प्याज की बोरीयों को आलू बता कर तस्कर इसे नेपाल पहुंचा रहे हैं। बार्डर पर लगे कैमरों को बिजली न होने का बहाना बताकर बंद कर दिया जाता है या तो दुसरी ओर मोड़ दिया जाता है जिससे वहां हो रही संदिग्ध गतिविधि कैमरों में कैद नहीं हो पाती।
भारत ने नेपाल को प्याज भेजने पर रोक लगा दी है इसके बाद नदी घाटों एवं चोरी छुपे प्याज की तस्करी भारत से नेपाल की सीमाओं पर जारी है । हालांकि एजेंसियां उसे रोक पाने में असफल हो रही है। छोटी छोटी मात्रा में नेपाली युवा प्याज ले जा रहे हैं उनका कहना है कि हमारे नेपाल में ₹ 250 नेपाली मुद्रा में प्याज की कीमत हो गई है भारत में 90से 100 ₹ के बीच प्याज की कीमत है।
प्याज यहां नेपाल के मुताबिक सस्ता मिल रहा है हम इसे ले जा रहे हैं क्योंकि नेपाल से भारत का रोटी और बेटी का संबंध है। इसलिए सरकारी एजेंसियां भी इस पर रोक लगा पाने में नाकाम सिद्ध हो रही हैं सरकार की मंशा है कि भारतीय प्याज पहले भारतीयों को पूरा हो जाए उसके बाद ही नेपाली या अन्य देशों को दिया जाए।
भारत-नेपाल सीमा के गौरीफंटा बार्डर से प्याज लेने आए एक राजीव वस्नेत का कहना था कि नेपाल में प्याज मंहगा है मजबूरी है कि हमें भारत प्याज लेने जाना पड़ रहा है भारत सरकार ने प्याज पर रोक लगा दी है। बॉर्डर की तकरीबन सभी मंडियों में प्याज की बिक्री एक साथ तेजी से बढ़ गई है।