प्रियंका गाँधी का आरोप, यूपी पुलिस ने किया उनसे धक्का मुक्की, स्कूटी से बैठ कर पूर्व आईपीएस दारापुरी के आवास पहुची प्रियंका, देखे तस्वीर
आदिल अहमद
लखनऊ: कांग्रेस के स्थापना दिवस के मौक़े पर प्रियंका गांधी लखनऊ पहुंची प्रियंका गांधी को उस समय उत्तर प्रदेश की पुलिस का सामना करना पड़ा जब वह पूर्व आईपीएस दारापुरी से मिलने के लिए जाने लगीं। प्रियंका का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें जगह-जगह रोकने की कोशिश की। उनका आरोप है कि लोहिया पथ पर उनका गला पकड़ा गया और उन्हें धक्का दिया गया। इसके बाद प्रियंका कांग्रेस नेता धीरज गुर्जर की स्कूटी पर सवार होकर आगे बढ़ीं। जहां फिर उन्हें रास्ते में रोका गया।
आख़िर में कुछ पैदल चलते हुए वो इंदिरानगर स्थित दारापुरी के घर पहुंचीं और उनके परिजनों से मुलाकात की। ख़ासकर उनकी बीमार पत्नी के पास काफ़ी देर तक बैठी रहीं। बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हुई हिंसा भड़काने तथा अन्य आरोप में पुलिस ने पूर्व आईपीएस एसआर दारापुरी को गिरफ्तार किया गया है। प्रियंका ने कहा कि दारापुरी 77 साल के पूर्व पुलिस अधिकारी हैं। उन्होंने शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन के लिये फेसबुक पर पोस्ट डाली थी। इसके बावजूद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
प्रियंका ने मीडिया से बात करते हुवे बताया कि उनकी बीवी बहुत बीमार हैं। यह सब किस लिये? क्योंकि आपकी नीति उन्हें पसंद नहीं है? कांग्रेस महासचिव ने अपने फेसबुक पेज पर भी यही बात लिखते हुए कहा ”मगर मेरा निश्चय अटल है। मैं उत्तर प्रदेश में पुलिस दमन का शिकार हुए हरेक नागरिक के साथ खड़ी हूं। मेरा सत्याग्रह है। भाजपा सरकार कायरों वाली हरकत कर रही है। मैं उत्तर प्रदेश की प्रभारी हूं और मैं प्रदेश में कहां जाऊंगी ये भाजपा सरकार नहीं तय करेगी।”
लखनऊ के एसएसपी कलानिधि नथानी ने प्रियंका गांधी के आरोपों को नकारते हुए कहा कि उन्होंने कहा कि उनके साथ कोई धक्का-मुक्की नहीं हुई है। प्रियंका गांधी निर्धारित मार्ग से हटकर दूसरे मार्ग से जा रही थीं। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस ने उनसे रास्ता पूछा था। सुरक्षा एवं ट्रैफिक की दृष्टि से ये जानकारी जरूरी होती है। यह जानकारी उनके कार्यकर्ताओं ने नही दीं। गिराने और गला पकड़ने की बाते पूर्णता असत्य है।पुलिस अधिकारी ने अपने कर्तव्यों का पालन किया है।