सिंगाही – तस्वीरे गवाह है कि नगर पंचायत में सफाई व्यवस्था शुन्य
फारुख हुसैन
सिंगाही खीरी। नगर पंचायत की आबादी लगभग 25 हजार और 13 वार्डों में कुल हजार 13,954 हजार मतदाता हैं। बावजूद इसके यहां सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चौपट है। कारण कि यहां कूड़ा निस्तारण की कोई व्यवस्था नहीं है। सड़क किनारे कूड़ा फेंकने से दुर्गंध फैल रही है। जिम्मेदारों की चुप्पी से आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
स्वच्छ भारत मिशन के तहत नगर पंचायतों को यह जिम्मेदारी दी गई थी। सभी प्रकार के कचरों के निस्तारण का इंतजाम करने के साथ ही नगर पंचायत को अब प्लास्टिक के कचरों के निस्तारण का विशेष इंतजाम करना होगा। नगर में एक ऐसी जगह का चुनाव किया जाना था जहां पर कस्बे से निकलने वाले सभी प्रकार के प्लास्टिक कचरों को एक जगह पर एकत्रित किया जाएगा। इसके बाद उन प्लास्टिक के कचरों का निस्तारण सही तरीके से नगर पंचायत के जिम्मेदारों द्वारा किया जाना है। जिससे कि प्लास्टिक से पर्यावरण को होने वाले नुकसान को भी रोका जा सके। शासन की मंशा के तहत ऐसा नहीं करने वाली नगर पंचायत के जिम्मेदारों पर गाज भी गिर सकती है।
बावजूद इसके कूड़ा निस्तारण का कोई ठोस उपाय नगर पंचायत द्वारा अभी तक नहीं किया जा सका। घरों से निकलने वाले कूड़ों को प्रतिदिन उठाकर कस्बे के बाहर खैरीगढ़ रोड भेरौड़ा व बस अड्डे सड़क के किनारे फेंक दिया जाता है। इससे उठने वाली दुर्गंध से आसपास के लोग प्रभावित होते रहते हैं फिर भी नगर पंचायत द्वारा कूड़े के निस्तारण का कोई ठोस कदम अभी तक नहीं उठाया गया। नगर में स्वच्छता अभियान के तहत जगह-जगह डस्टबिन भी रखा गया है परंतु लोग उसमें कूड़ा न फेंककर अगल-बगल फेंक देते हैं। इससे सरकार द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान को पलीता लग रहा है।
गली मोहल्ले से कूड़ा सफाई कर्मचारियों द्वारा एकत्र कर ठेलिया व कूड़ा वाहन द्वारा नगर के बाहर सड़कों पर फेंक दिया जाता हैं। जहां छुट्टा पशुओं द्वारा अपना भोजन तलाशने के चक्कर में कूड़े-कचरे को दूर-दूर तक फैला दिया जाता है। इससे सड़क पर आने जाने वालों को दुर्गंध का सामना करना पड़ता है।नगर के चेयरमैन उत्तम कुमार मिश्रा ने बताया कि कूड़ा निस्तारण के लिए जमीन तलाश की जा चुकी है सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत कूड़ा निस्तारण के लिए जल्द ही उस पर काम किया जाएगा।