पहली बार हुआ ऐसा अजीब वाक्या जब सत्ता पक्ष के कारण सदन हुआ स्थगित, अपनी ही सरकार के खिलाफ धरने पर बैठे विधायक
मो कुमैल
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में आज एक अजीबो गरीब सियासी हलचल पैदा हो गई। प्रदेश की भाजपा सरकार के खिलाफ खुद उनकी ही पार्टी के लगभग 200 विधायक धरने पर बैठ गए। उनका आरोप था कि प्रदेश सरकार उनका उत्पीडन कर रही है। उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए बड़ी संख्या में भाजपा विधायक धरने पर बैठ गए। विपक्ष भी उनके समर्थन में आ गया है। यह पहला मौका है जब सत्ता पक्ष की वजह से सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। मामले में भाजपा की किरकिरी हो गई है।
बता दें कि भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर ने सरकार पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाया। जिस पर बड़ी संख्या में भाजपा विधायक भी उनके समर्थन में आ गए। भाजपा विधायक गुर्जर को सदन में बोलने का मौका नहीं दिए जाने पर कई अन्य सदस्य भी उनके समर्थन में खड़े हो गए। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को पहले आधा घंटा फिर 15 मिनट और बाद में कल 11:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। गुर्जर के समर्थन में सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायक लामबंद हो गए।
विधायक को बोलने का मौका नहीं दिए जाने पर सपा-बसपा व कांग्रेस के सदस्यों ने बहिर्गमन किया। जबकि भाजपा विधायक सदन की कार्यवाही स्थगित हो जाने के बाद भी धरने पर बैठे हुए हैं। सदन में मामला न उठा पाने पर भाजपा विधायकों ने जमकर हंगामा किया।