शर्मनाक: बाबा ने आश्रम में दो किशोरियों से किया दुष्कर्म, सोशल मीडिया पर भी सक्रिय है आरोपी
अब्दुल बासित मलक
पंचकूला(हरियाणा):- समाज को शर्मसार करने वाला एक मामला जिला पंचकूला में सामने आया है। एक आश्रम के बाबा ने सेवा करने पहुंचीं दो किशोरी बहनों से दुष्कर्म कर डाला। हैरत की बात यह है कि आरोपी बाबा ने किशोरियों को उनके भाइयों से अलग कमरे में रखा और फिर तीन दिन तक उनसे दुष्कर्म करता रहा। इसके बाद उसने किशोरियों को धमकी दी कि यदि वे इस बारे में किसी को बताएंगी तो वह उन्हें जान से मार देगा। किशोरियों को घबराया हुआ देखने के बाद आरोपी ने उन्हें आश्रम से जाने दिया। किशोरियों की शिकायत पर महिला थाना पुलिस ने सिविल अस्पताल-6 में उनका मेडिकल कराया। फिर आरोपी बाबा के खिलाफ बुधवार को केस दर्ज किया।
आरोपी बाबा को बुधवार देर रात पकड़ कर सिविल अस्पताल से उसका मेडिकल करवाया गया है। आरोपी आश्रम का स्वामी लक्ष्यनंद है। फिलहाल आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। पुलिसकर्मी उसकी तलाश में जुटे हैं। महिला थाने की एसएचओ नेहा चौहान ने बताया कि किशोरियों ने शिकायत में मामला रायपुररानी के एक के एक आश्रम का बताया है। किशोरियों ने बताया कि वे दोनों बहन हैं। वे हिमाचल के बद्दी में परिवार सहित रहती हैं। 25 जनवरी को वे दोनों अपने भाइयों के साथ आरोपी लक्ष्यनंद के आश्रम में आई थीं। यहां आरोपी बाबा ने बहनों को अलग कमरे में और उनके भाइयों को दूसरे अलग कमरे में रखा। इसके बाद आरोपी दोनों बहनों से तीन दिन तक दुष्कर्म करता रहा। उसने किसी को कुछ बताने पर जान से मारने की धमकी भी दी।
किशोरियों ने परिवार को बताई आपबीती
बाबा की धमकी से डरी किशोरियों ने किसी तरह हिम्मत जुटाकर आरोपी की करतूत और आपबीती परिवार को बताई। बेटियों से हुई घिनौनी करतूत का पता लगने पर परिवार आरोपी के खिलाफ मंगलवार को थाना रायपुररानी शिकायत देने पहुंचा लेकिन वहां से उन्हें महिला थाने भेजा गया। थाने की महिला पुलिसकर्मियों ने दोनों किशोरियों की काउंसलिंग की फिर सिविल अस्पताल-6 में उनका मेडिकल कराने सहित आरोपी पर केस दर्ज किया।
इंटरनेट पर काफी सक्रिय है आरोपी बाबा
ग्रामीण क्षेत्र में स्वामी के तौर पर रह रहे यूपी के सहारनपुर के गांव बड़गाम निवासी लक्ष्यनंद (48) लगभग पिछले दस साल से डेरे में रह रहा था। उसने पांच वर्ष पहले साईं मंदिर का निर्माण करवाया था। आरोपी बाबा इंटरनेट पर भी सक्रिय है व लगभग सभी सोशल एप भी प्रयोग करता है। ग्रामीणों के अनुसार इस डेरे में रोज कई श्रद्धालु आते थे, लेकिन लोकल क्षेत्र से बहुत कम लोगों का यहां आना-जाना था।