सुशासन बाबू के राज में जेल भी महफूज नहीं, हाजीपुर जेल में सोना लूटकांड के आरोपी की हत्या
अनिल कुमार
पटना: बिहार में अपराध पर लगाम लगाने के नाम तबादला-पोस्टिंग का खेल चल रहा है। पर अपराध पर अंकुश लगने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को बिहार के वैशाली जिला के हाजीपुर मंडल कारा में राजस्थान के मानसरोवर सोना लूटकांड के मुख्य आरोपी मनीष कुमार को एक अन्य कैदी ने पांच गोली मार दी। मनीष को घायल अवस्था में सदर अस्पताल में ले जाने के दौरान मृत्यु हो गई। घटना स्थल से तीन खोखे भी बरामद हुए हैं। जेल में हुई इस घटना से बिहार के पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया और हाजीपुर मंडल कारा में जेल आईजी मिथिलेश मिश्रा, वैशाली के जिलाधिकारी उदिता सिंह सहित पुलिस के आला अधिकारी फौरन पहुँच गए तथा घटना की छानबीन कर रहे हैं।
मनीष कुमार वैशाली जिला के ही राजापाकड़ थाना के तैलिया का रहने वाला था। ज्ञातव्य है कि मनीष कुमार सोना लूटने के लिए अनेक राज्यों में अपना गैंग चलाता था। राजस्थान, बंगाल, मुंबई और बिहार मे मनीष कुमार सोना लूटकांड के घटना को अंजाम देकर फ्लाइट से एक प्रदेश से दूसरे प्रदेश में जाता था। कुछ दिनों पहले भी मनीष कुमार पर हाजीपुर सिविल कोर्ट में पेशी के दौरान जानलेवा हमला हुआ था, पर इस घटना से वैशाली पुलिस सर्तक नहीं हुई और जेल में मनीष कुमार की हत्या कर दी गई।
सुशासन बाबू के राज में बिहार में प्रतिदिन हत्या,रेप और लूटपाट की घटना घट रही है। लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार शराबबंदी पूरा जोर दिए हुवे हैं और अपराध पर अंकुश लगाने के नाम पर ट्रांसफर-पोस्टिंग जारी है। नये वर्ष के शुरूआती दिन ही बिहार सरकार ने 22 आईपीएस अधिकारियों का तबादला किया था। जेल में हुई सोना लूटकांड के मुख्य आरोपी मनीष कुमार की हत्या ने पुलिस प्रशासन के लिए ढ़ेर सारे सवाल खड़ा कर दिया है। आखिर जेल के अंदर हथियार कैसे पहुँच गए। जेल में कैदियों से मुलाकात करने वाले व्यक्ति ने कहीं न कहीं जेल में सुरक्षा बल से साठगांठ कर हथियार को जेल के अंदर भेज कर इस घटना को अंजाम दिया है।