परमाणु समझौते में ईरान ने हाथ खोले, उठाया बड़ा क़दम
तारिक़ खान
ईरान सरकार ने परमाणु समझौते के पांचवें और अंतिम क़दम के अंतर्गत अपने वचनों को कम करने की घोषणा करते हुए कहा है कि यूरेनियम संवर्धन की क्षमता, संवर्धित यूरेनियम की मात्रा, संवर्धित यूरेनियम पदार्थ के स्तर और शोध तथा विकास के क्षेत्रों में किसी भी सीमित्ता को अब ईरान नहीं मानेगा।
ईरान सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि इस्लामी गणतंत्र ईरान परमाणु समझौते में वर्णित अपनी अंतिम सीमित्ता को अर्थात सेन्ट्रीफ़्यूज मशीनों की संख्या को सीमित को समाप्त कर रहा है। इस प्रकार से ईरान के परमाणु कार्यक्रम को अब किसी भी प्रकार की सीमित्ता का सामना नहीं रहेगा। बयान में कहा गया है कि अब ईरान का परमाणु कार्यक्रम अपनी तकनीकी आवश्यकताओं के आधार पर आगे बढ़ेगा और ईरान व आईएईए के बीच सहयोग अतीत की भांति जारी रहेगा।
ईरान सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि प्रतिबंधों की समाप्ति और परमाणु समझौते से लाभ उठाने की स्थिति में ईरान परमाणु समझौते के अपने वचनों की ओर लौटने को तैयार है। सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि देश की परमाणु ऊर्जा संस्था की यह ज़िम्मेदारी है कि वह इस परिधि में राष्ट्रपति के समन्वय से आवश्यक कार्यवाही करे और क़दम उठाए।