आबादी के आस-पास खेतों में घूमता दिखा बाघ, ग्रामीणों में दहशत
फ़ारुख हुसैन
लखीमपुर-खीरी। मोहम्मदी कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत महेशपुर रेंज स्थित गांव पडरी व करौंदा के समीप खेतों में बाघ की चहल कदमी से ग्रामीण दहशत में है। बुधवार को कुछ ग्रामीणों ने बाघ को देखा और इसकी जानकारी वन विभाग को दी। जिसके बाद मौके पर पहुंचकर वन विभाग की टीम ने पद चिन्हों के आधार पर क्षेत्र में बाकी चहल कदमी की पुष्टि कर दी।
मोहम्मदी कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पड़री के प्रधान दिलाराम ने जानकारी देते हुए बताया कि गांव के कुछ लोग बुधवार की सुबह शौच के लिए गांव के पश्चिम गए हुए थे, तभी उन्हें वहां बाघ दिखाई दिया। भागकर वे सब गांव आए और उन्होंने इसकी जानकारी मुझे दी। वहीं उसके बाद गांव करौंदा में बेचेलाल के गन्ने के खेत में भी गांव वालों ने बाघ को देखा। यह क्षेत्र दुधवा नेशनल पार्क की महेशपुर रेंज के देवीपुर बीट के अंतर्गत आता है।
जब वन विभाग को बाघ के होने की सूचना दी गई तो वनरक्षक अजीत कुमार वाचर लालाराम व प्रमोद कुमार मौके पर आए। खेत में बने पद चिन्हों को देखकर उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि यह बाघ के ही पद चिन्ह हैं। लोग सतर्क रहें और खेतों में सावधानी पूर्वक काम करें। वन विभाग की ओर से बाघ को जंगल में खदेड़ने के प्रयास के लिए उच्चाधिकारियों को मामले से अवगत करा दिया गया है। प्रधान रवि पाल व प्रधान दिलाराम ने ग्रामीणों के साथ मिलकर वन विभाग की टीम को मौका मुआयना कराया और बाघ को भगाने के लिए ढोल नगाड़े व पटाखों की आवाज की गई।