अपराध निरोधक समिति के सदस्यों ने किया जेल का निरीक्षण
प्रदीप दुबे विक्की
ज्ञानपुर भदोही। उत्तर प्रदेश अपराध निरोधक समिति लखनऊ के चेयरमैन डॉ उमेश शर्मा के दिशा निर्देशन में संजय श्रीवास्तव (जोन सचिव / जेल पर्यवेक्षक पूर्वी जोन) मयंक सिंह सहायक सचिव कुसुमलता श्रीवास्तव महिला संगठन सचिव तथा उत्तर प्रदेश समिति के सदस्यों द्वारा जेल का निरीक्षण किया गया।निरीक्षण के उपरांत सभी चीजे सामान्य पाई गई। अनुमानत: 2 घंटे निरीक्षण के दौरान कैदियों की संख्या 114 के सापेक्ष 293 रही जिसमें महिला कैदी 19 तथा बच्चों की संख्या 13 रही। जेल में अस्पताल 16 बेड की सुविधा है जेल में 24 सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं, परंतु 22 कैमरे ही वर्किंग में है तथा दो कैमरे खराब मिले। परिसर में एक आरो प्लांट लगा हुआ है। जिसकी क्षमता 500 लीटर पानी की है , जिसे यूनियन बैंक ने प्रदान किया है।
जेलर कृष्ण मुरारी गुप्ता से बात करने पर मालूम हुआ कि यह जेल 100 साल से भी अधिक पुरानी है ये बनारस स्टेट के राजा के द्वारा बनाई गई जेल है। पहले उप कारागार थी अब ये जिला जेल में परिवर्तित हो गई है। जेल में जाड़े से बचने के लिए अलावा और कंबल की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। शासन द्वारा नए जेल के लिए 38 एकड़ जमीन मु्सीलाटपुर में अलॉट कर दी गई है। यह जेल 1000 पुरुष क्षमता की होगी। जेल में कोई भी प्रतिबंधित चीजे उपलब्ध नहीं है। जेल में गहन जांच के उपरांत ही कोई चीजे अंदर जाती हैं।
निरीक्षण के उपरांत जोन सचिव संजय श्रीवास्तव द्वारा बताया गया कि उत्तर प्रदेश अपराध निरोधक समिति जेल मैनुअल के अंतर्गत काम करती है। जिस के मुख्य संरक्षक राज्यपाल होता है। यह संस्था नारी सुधार, बाल सुधार, जेल में खानपान व्यवस्था, चिकित्सा व्यवस्था को देखती है। समय-समय पर यह संस्था जेल का निरीक्षण करके शासन को रिपोर्ट भेजती रहती है। निरीक्षण करने में मुख्य रूप से संजय श्रीवास्तव जोन सचिव / जेल पर्यवेक्षक पूर्वी, सहायक सचिव मयंक सिंह जोन महिला संगठन सचिव श्रीमती कुसुमलता श्रीवास्तव, डॉ भारतेन्दु द्विवेदी, नागेन्द्र दुबे, कमलेश कुमार ललित मोहन श्रीवास्तव, राजीव गोयल, अभय कुमार गोयल,मुकेश गोयल, पिंटूदास(सभासद) आदि लोग उपस्थित रहे।