देखे वीडियो – लखनऊ में प्रदर्शन कर रही महिलाओं के खाने और कम्बल तक उठा ले गई पुलिस, प्रकरण में वसीम रिज़वी का आया विवादित बयान भी देखे
अहमद शेख (इनपुट साभार चाँद फरीदी)
लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित घंटाघर पर चल रहे NRC, CAA, NPR के खिलाफ महिलाओं के द्वारा किये जा रहे प्रदर्शन के बीच पुलिस ने उनके खाने पीने का सामन, कम्बल बिस्तर तक जब्त कर लिया। हालांकि इस कार्यवाही के परिपेक्ष में प्रशासन का कहना है कि सूबे की राजधानी लखनऊ धारा 144 लगा दी गई है। पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे ने इलाके में धारा 144 लगाने का आदेश दिया है। हालांकि उन्होंने धारा 144 लगाने की वजह डिफेंस एक्सपो बताया है।
पुलिस ने एक कार्रवाई में प्रदर्शनकारियों से खाने-पीने का सामान और कंबल जब्त कर लिया और वहां भारी मात्रा में पुलिस बल भी तैनात कर दिया गया है। हालांकि ऐसी आशंका जताई जा रही है कि शांतिपूर्ण ढंग से हो रहे विरोध-प्रदर्शन पर पुलिस की इस कार्रवाई से माहौल गरमा सकता है। विरोध प्रदर्शन कर रही महिलाओं पर पुलिस की इस कार्रवाई के शूट हुए वीडियो में पुलिस महिलाओं को बलपूर्वक खदेड़ती हुई नजर आ रही हैं। विरोध-प्रदर्शन में हजारों की तादाद में महिलाएं शामिल थी, जिनके साथ उनके छोटे बच्चे भी थे।
दरअसल पुलिस यह चाहती है कि महिलाओं के साथ बिना किसी प्रकार की जोर-जबरदस्ती या धक्का-मुक्की और उन्हें जेल भेजे बिना इस प्रदर्शन को खत्म कर दिया जाए क्योंकि महिलाओं के साथ अगर कुछ बुरा होता है तो पुलिस पर सवाल खड़े हो सकते हैं और इसका असर देश भर में असर पड़ सकता है। मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की दोपहर करीब 12।30 बजे लगभग 12 महिलाएं घंटाघर के नीचे आकर बैठ गईं। यह इलाका हेरिटेज जोन में आता है। पिछली सरकार में इसे काफी डेकोरेट कराय गया था। जिसके चलते यहां शाम को काफी लोग घूम-टहलने आते हैं। उस शाम जो महिलाएं यहां घूमने आईं वे भी प्रदर्शन में शामिल हो गईं। शनिवार को वहां करीब 500 महिलाएं विरोध करने पहुंच गई, जिनकी संख्या बाद में एक हजार हो गई। इनमें से बहुत सारी महिलाएं पुराने लखनऊ की थीं।
वही प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने पूरे इलाके में रस्सी लगाकर उसे दो हिस्सों में बांट दिया। एक में महिलाएं धरना दे रही थीं और दूसरे में मीडिया को आने की इजाजत दी थी। हालांकि यहां पुरुषों को आने की इजाजत नहीं थी। जब ठंड बढ़ने लगी तो इन महिलाओं के परिवार वाले, रिश्तेदार और दूसरे समर्थन इनकों कंबल और खाना पहुंचाने के लिए आने लगे। महिलाओं का आरोप है कि पुलिस ने उनको खाना नहीं लाने दिया। साथ ही उनके कंबल और खाने का सामान, अंगीठियां वगैरह जो वे जला रही थीं, छीन ली गई। पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया था, जिनको बाद में निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया। रात में ठंड बढ़ने वजह पर ज्यादातर महिलाएं वहां चली गईं, लेकिन दिन में धूप निकलने पर वहां ज्यादा महिलाएं पहुंच जाती हैं।
मिल रही जानकारी के अनुसार मौके पर अभी मौजूदा हालत में काफी पुलिस बल तैनात किया गया है। मौके पर प्रदर्शनकारी महिलाओं की संख्या बढ़ गई है। वही मिली जानकारी के अनुसार कल देर रात खाने कम्बल जब्त किये जाने की जानकारी होने पर सिख समुदाय के लगभग 50 की संख्या में लोग धरनास्थल पर पहुचे और महिलाओं को खाने पीने के सामन मुहैया करवाए। प्रदर्शन समाचार लिखे जाने तक अनवरत जारी है।
वही इस प्रकरण में वसीम रिज़वी का एक बयान भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। जिसमे वह इन प्रोटेस्ट करने वाली महिलाओं को कल्ब-ए-जव्वाद द्वारा प्रायोजित बता रहे है। वीडियो में उन्होंने कल्ब-ए-जव्वाद और प्रदर्शनकारी महिलाओं पर बड़े आरोप लगाये है। उनके इस बयान पर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल होने के साथ ही काफी छीटाकशी चल रही है।