बाल विकास परियोजना में फर्जी हस्ताक्षर कर भ्रष्टाचार करने में जुटी आंगनवाड़ी कार्यकत्री
फारूख हुसैन
लखीमपुर खीरी//पलिया कलां ÷ जहां योगी सरकार भ्रष्टाचार रोकने का लगातार प्रयास कर रही है वहीं कुछ अधिकारी सरकार के प्रयास पर लगातार पलीता लगाने में जुटे हुए हैं जिसमें इस समय बाल विकास परियोजना के अधिकारी का भ्रष्टाचार चरम सीमा पर पहुंच चुका है और उनकी मिलीभगत के चलते नीचे स्तर पर मौजूद कार्य करने वाली आंगनवाड़ी में कार्य करने वाले लोगों हालत यह हो रही है कि वह अब पोषाहार वितरण न करके अपने ही द्वारा प्रधानों की डुप्लीकेट (नकली) हस्ताक्षर करके गावों में पोषाहार वितरण दिखाकर सारा पोषाहार बेच कर मोटी कमाई करने में जुट गये हैं।
यहीं नहीं वह प्रधानों को समझा देते हैं कि ऊपर से वितरण के लिये कुछ भी नहीं दिया जा रहा है। जिसका खुलासा तब हुआ जब गांव के प्रधानों की अधिकारी द्वारा नकली हस्ताक्षर कर पोषाहार बेचने की बात पता चली जिसके बाद आक्रोशित ग्राम प्रधान और ग्रामीणों ने जोरदार प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री पोर्टल सहित अन्य उच्चधिकारियों को शिकायत पत्र भेज कर भ्रष्ट आंगनवाड़ी कार्यकत्री के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है।
दरअसल पूरा मामला लखीमपुर खीरी के तहसील पलिया कलां के बाल विकास परियोजना कार्यालय का है जहां तैनात आंगनवाड़ी कार्यकर्ती रीता शुक्ला पर ग्रामपंचायत पतवारा की प्रधान रोजिदा और ग्रामीणों ने जोरदार प्रदर्शन कर आरोप लगाया है कि रीता शुक्ला उनकी ग्राम पंचायत में काफी समय से तैनात है। उनके ग्राम पंचायत में काफी समय से वह न आई हैं और न ही तीन चार सालों से पुषाहार वितरण किया है। जब रीता शुक्ला से पोषाहार वितरण के बारें में पूछा गया, तो उसने बताया कि पोषाहार आता ही नहीं है।
आरोप है कि इस बात को लेकर जब प्रधान रोजिदा पोषाहार वितरण के बारे में जानकारी लेने कार्यालय पहुंचकर रजिस्टर को चेक किया तो वहां पर प्रधान की फर्जी हस्ताक्षर करने की बात सामने आई। जिससे वह हर माह पोषाहार उठाती है और वह ग्राम पंचायत में वितरण न करके बेच कर मोटी कमाई कर रही है। यहीं नहीं प्रधान रोजिदा ने यह भी बताया कि रीता शुक्ला का विवाह लखीमपुर में हुआ है और वह लखीमपुर में ही रहती हैं। उनको इस बारे में कोई जानकारी भी नहीं है।
जब इस बात के बारे में ग्रामीणों से बात की गयी तो उन्होने भी तीन चार सालों से पोषाहार न मिलने की बात बताई। फिलहाल प्रधान को इस बात की जानकारी होने पर उसने आगनवाड़ी कार्यकत्री रीता शुक्ला के खिलाफ मुख्यमंत्री पोर्टल सहित अन्य उच्चधिकारियों को शिकायत पत्र भेज कर कार्यवाही करने की मांग की है।