विगत वर्ष से बंद चल रही हाथी सफारी को उच्च स्तर से प्राप्त निर्देशों के क्रम में पुनः किया गया प्रारंभ
फारुख हुसैन
लखीमपुर खीरी÷ दुधवा टाइगर रिजर्व प्रभाग पलिया खीरी अपने आंचल में विभिन्न बेशकीमती वृक्षों के साथ साथ विलुप्त प्राय प्रजातियों वन्यजीवों को भी समेटे हुए है। यहां प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में विदेशी पक्षी आते रहते हैं। तथा यहां की आबोहवा विदेशी हाथियों को भी इतनी ज्यादा रास आती है कि वह भी अंतर्राष्ट्रीय सीमा को पार कर दुधवा में आ जाते हैं।
इसी क्रम में नेपाल राष्ट्र से आने वाले हाथियों में से कुछ टस्कर हाथियों द्वारा विगत वर्ष पालतू हाथियों को परेशान किया गया था, तथा आसपास में निरंतर गतिविधियों बनी हुई थी जिसके चलते विगत वर्ष हाथी सफारी बंद कर दी गई थी। वर्तमान में सामान्य स्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए उच्चाधिकारियों द्वारा हाथी सफारी को पुनः प्रारंभ करने का निर्देश दिया गया है। जिसके क्रम में संबंधित क्षेत्रीय वन अधिकारी को हाथी सफारी हेतु सूचित कर दिया गया है।
हाथी सफारी
आज दिनांक 8 फरवरी 2020 के पूर्वाहन से पुनः पूर्ववत पर्यटकों के लिए प्रारंभ कर दी गई है। अब सभी सैलानी दुधवा टाइगर रिजर्व के गैंडों का भी दीदार कर सकेंगे। अभी गैंडा दर्शन के लिए हाथी सफारी हेतु 4 हाथी ही लगाए गए हैं। यहां यह भी बता दें कि पूर्व की भांति गैण्डा दर्शन हेतु हाथी सफारी सिर्फ सुबह की शिफ्ट में ही होगी। शाम की शिफ्ट में हाथी भोजन प्रबंध एवं पेट्रोलिंग कार्यो में प्रयोग में लाए जाएंगे।