पार्कों से मॉल तक सुनसान, मंडी में उमड़ रही भीड़
अब्दुल बासित मलक
यमुनानगर:- कोरोना वायरस को लेकर प्रशासन कड़े कदम उठाने का दावा कर रहा है। शहर के मॉल से लेकर ऐसे स्थान जहां पर भीड़ एकत्र होती है। उन सभी जगहों को बंद करा दिया गया है। इसका असर भी शहर में दिख रहा है। आमतौर पर जहां भीड़ रहती थी, वहां पर अब सन्नाटा पसरा हुआ है। हालांकि सब्जी मंडी में लोगों का आना जाना पहले की तरह ही जारी है। यहां पर न तो कही हाथ धोने की व्यवस्था है और न ही कोरोना को लेकर भय दिख रहा है।
शहर के नेहरू पार्क में हर समय भीड़ लगी रहती थी। कोरोना वायरस के चलते अब यहां भी लोग कम ही पहुंच रहे हैं। प्रशासन की भी कोशिश यही है कि जिन जगहों पर अधिक भीड़ होने का अंदेशा है, उन जगहों को बंद कर दिया जाए।
इनमें मॉल, सिनेमाघर व बड़े शोरूम को बंद करने के आदेश दिए गए हैं। लोग भी अब एहतियातन बाहर निकलने से डर रहे हैं। नेहरू पार्क में हर समय लोगों का आना जाना लगता रहता था, लेकिन अब यह भी सुनसान पड़ा है। शहर के सभी जिम संचालकों को नोटिस देकर 31 मार्च तक बंद करने के आदेश दिए गए हैं। स्कूलों व कॉलेजों की भी छुट्टियां हो चुकी हैं।
इन पर आदेश बेमानी
शहर के सभी बड़े शोरूम बंद हो चुके हैं, लेकिन सुविधा मॉल खुला हुआ है। शहर के पॉश इलाके में मौजूद इस मॉल में हर रोज हजारों की संख्या में लोग पहुंचते हैं। कई दिनों से यह मॉल खुला हुआ है। इसके अलावा कुछ अन्य रेडीमेड गारमेंट व जूतों की दुकानें खुली हुई हैं।
सब्जी मंडी बंद होने की फैली अफवाह
कोरोना के चलते सब्जी मंडी बंद होने की अफवाह भी चल रही है। सोशल मीडिया पर यह अफवाह चली, तो लोगों और भी घबरा गए। हालांकि मंडी में रोजाना की तरह ही भीड़ थी। सब्जी मंडी एसोसिएशन के प्रधान अमृत बधवा का कहना है कि मंडी बंद करने के कोई आदेश उन्हें नहीं मिले है। मंडी में कच्चा माल आता है। यदि यह भी बंद हो गई, तो लोग घबरा जाएंगे। बाकी जैसे सरकार के आदेश होंगे। उसी के अनुसार कार्य करना है। वहीं मार्केट कमेटी के सचिव मोहित बेरी ने बताया कि अभी किसान मंडियों को बंद करने के आदेश आए हैं। यमुनानगर में किसान मंडी नहीं है।
ये हैं बचाव
व्यक्तिगत स्वच्छता पर ध्यान दें।
साबुन से लगातार हाथ धोते रहे।
छींकने व खांसने के दौरान अपना मुंह ढकें।
अस्वस्थ महसूस होने पर डॉक्टर को दिखाएं।
ये हैं लक्षण
गले में दर्द, जुकाम, खांसी, बुखार आना, कोरोना वायरस के शुरुआती लक्षण माने जाते हैं। इसके अलावा सिर दर्द रहना, पूरे दिन नाक बहना, तेज खांसी आना, अस्वस्थ महसूस करना, छाती में दर्द होना एवं सांस लेने में दिक्कत।
सिविल सर्जन डॉ. विजय दहिया ने बताया कि अब कोरोना वायरस को लेकर तीन कैटेगरी बनाई गई है। कैटेगरी ए में खांसी व जुकाम के मरीज आएंगे। ऐसे लोग भी वायरस की दहशत के चलते अस्पतालों में पहुंचकर भीड़ बढ़ा रहे हैं। ऐसे मरीजों को कोई दिक्कत नहीं है। कैटेगरी बी व कैटेगरी सी में आने वाले मरीजों का उपचार किया जाएगा। कैटेगरी बी में खांसी-बुखार के साथ सांस लेने में दिक्कत वाले मरीजों को रखा जाएगा। उनके सैंपल जांच के लिए भेजे जाएंगे। जब तक सैंपल की रिपोर्ट नहीं आएगी, तब तक उन्हें निगरानी में रखा जाएगा। सी कैटेगरी में पॉजीटिव रिपोर्ट वाले मरीजों को रखा जाएगा। इन मरीजों को आइसोलेशन वार्ड में दाखिल किया जाएगा।
कार्यवाहक डीसी व एडीसी प्रतिमा चौधरी का कहना है कि एहतियात के तौर पर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। वह भीड़भाड़ वाले इलाकों में न जाए। लोग भी काफी जागरूक हैं। वह भीड़ वाली जगहों पर जाने से गुरेज कर रहे हैं। लोग बेवजह की दहशत न फैलाए।
90 लोगों की स्क्रीनिग हो चुकी पूरी ।
जिले में 124 लोग ऐसे मिले हैं, जो बाहर से यात्रा कर आए हैं। इनमें अधिकतर विदेशों से यात्रा करने वाले हैं। इनमें से 90 लोगों की 28 दिन की स्क्रीनिग हो चुकी है। इनमें कोई लक्षण नहीं मिले। अन्य लोगों की स्क्रीनिग चल रही है। दुबई से लौटे एक संदिग्ध मरीज को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था। उसकी रिपोर्ट निगेटिव मिलने के बाद छुट्टी कर दी गई। वहीं एक अन्य 60 वर्षीय महिला को भी खांसी-जुकाम होने पर आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था। वह भी बाहर से यात्रा कर लौटी थी। उसकी रिपोर्ट अभी तक नहीं मिली है।