वाराणसी के केवल 5 लोग ही दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज़ में नहीं थे, बल्कि कम से कम 16 लोग थे, देखे कौन कौन है किस मोहल्ले का मरकज़ में
तारिक आज़मी
निजामुद्दीन औलिया, केवल एक धर्म अथवा सम्प्रदाय का ही स्थान नही है बल्कि सभी धर्मो के तहजीब का एक मरकज़ है। यहाँ जितने अकीदत से मुस्लिम सम्प्रदाय के लोग जाते है वैसी ही आस्था के साथ अन्य सम्प्रदाय के लोग भी इज्ज़त से सर झुकाते है। हमेशा गुलज़ार रहने वाला इलाका निजामुद्दीन आज कल सुर्खियों में है यहाँ के तबलीगी जमात के मरकज़ प्रकरण को लेकर जहा 1800 से अधिक लोग थे। इनमे से उत्तर प्रदेश से भी काफी लोग थे जिसकी लिस्ट उनके नंबर के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
पहली नज़र में ही इस लिस्ट को देखने से आपको अहसास होगा कि लिस्ट मरकज़ के द्वारा बना कर दिया गया है। इस लिस्ट में जहा पांच लोगो के नाम के आगे शहर का नाम वाराणसी लिखा है। जबकि तीन लोगो के नाम के आगे बनारस लिखा हुआ है। इन सभी लोगो के नाम के साथ उनके मोबाइल नंबर भी लिखे हुवे है। इन नम्बरों के साथ सुबह से ही खबरनवीसी के मद्देनज़र उनके फोन लगातार बजते ही रहे। खबरों के लिए सभी खबरनवीस इन नम्बरों पर फोन कर रहे है।
काफी मशक्कत के बाद हमारी बात इस लिस्ट में वाराणसी के पहले नाम से हुई। अब्दुल सउद वाराणसी के मदनपुरा के रहने वाले है। इनके साथ इनके चार अन्य साथी भी वाराणसी से दिल्ली मरकज़ के कार्यक्रम में गये हुवे थे। जिनमे बजरडीहा के मोहिबुर्रह्मान, जैतपुरा के इम्तेयाज़, रामनगर के अब्दुल कमर तथा शिवाला के इम्तियास है। ये सभी लोग एक साथ दिल्ली गए थे। सउद ने हमसे बात करते हुवे कहा कि हम पूरी तरह से स्वस्थ है और हमको क्वारटीन अभी किया गया है। सोशल डिस्टेंस के नियमो के मुताबिक उनको दिल्ली में ही कैम्प में रखा गया है। हमारी बातचीत रात के लगभग दस बजे के बाद हुई।
सउद का कहना है कि सुबह 6 बजे क्वारटीन किये गए हम लोगो की अभी तक जाँच नहीं उई है। उन्होंने कहा कि हम सभी पूरी तरह से स्वस्थ है और सुरक्षित है। हमारी जांच करवाने कल ही हो जाने की संभावना है। उन्होंने कहा कि हम सभी सुरक्षित और किसी तरीके के कोई भी कोरोना के लक्षण नही है।
इसके बाद बनारस नाम से शहर का नाम लिखे नम्बरों पर हमने बात किया तो डॉ सिकंदर ने मामले की पूरी जानकारी दिया। उन्होंने बताया कि वह सोनभद्र जनपद के रोबर्ट्सगंज के रहें वाले है और पीलीकोठी क्षेत्र के आदमपुर थाने के पीछे मदनी क्लिनिक के नाम से प्रैक्टिस करते है। उन्होंने कहा कि हम कुल 11 लोग साथ में ही 20 मार्च को मंडुआडीह-नई दिल्ली ट्रेन से दिल्ली पूछे है। हमारे साथ लेढुपुर क्षेत्र के मोहम्मद आज़म, सलीम, अ कुद्दुस, बदरुद्दीन, इश्तियाक, मुख्तार और इद्रीस, ग्राम ढूढवा के अब्दुल रसीद, डुबकिय के साहिबजान तथा आगागंज के जिल्लुररहमान रकीब है।
डॉ सिकंदर ने बताया की हम सभी एक साथ ट्रेन से यहाँ आये हुवे है। एक साथ सबका टिकट थे। बनारस से और कौन आया है इसकी जानकारी नही है। इस प्रकार अगर इस लिस्ट को यही रोकते है तो भी कुल पांच नही बल्कि 16 हो रहे है। इस प्रकार देखे तो जारी लिस्ट के अनुसार भी मौके पर वहा लोग इस लिस्ट से कही ज्यादा होंगे।
बहरहाल, सभी अभी तक वाराणसी नही वापस आये है। दिल्ली में ही क्वारटीन है और सुबह इनकी जाँच करवाई जाएगी। अब देखना होगा कि प्रशासन किस प्रकार इस लिस्ट को करेक्ट करता है।