महंगाई की मार, ऊपर से माल से खाली बाज़ार, सुनी है होली की बाज़ार
फारुख हुसैन
लखीमपुर खीरी÷ जहां एक ओर चीन में फैले कोरोना वायरस का असर पूरी दुनिया पर दिखाई दे रहा है और सभी के मन में एक डर बैठ गया है और सभी लोग बहुत ही ऐहितयात बरत रहें हैं देखा जाये तो जहां चीन में कोरोना वायरस से अभी तक लगभग हजारों के हिसाब से लोगों की मौते हो चुकीं हैं तो वहीं चीन के अलावा और देशों में कोरोना वायरस से संदिग्ध लोग भी मिल रहें हैं। जिसके कारण सभी जगह एक डर और दहशत का माहौल छाया हुआ है।
पर॔तु इस वायरस का असर अब व्यापार पर भी साफ दिखाई देने लगा है, क्योंकि चीन से इस जानलेवा वायरस को देखते हुए हमारे यहां की सरकार द्वारा इम्पोर्ट/एक्सपोर्ट बिल्कुल बंद कर दिया गया है. जिसके कारण अब लोकल स्तर के बाजार भी इसकी चपेट में आने लगे हैं। चीन से कोई भी वस्तु न आने के कारण बाजारों में महंगाई कुछ ज्यादा ही छा गयी है। देखा जाये तो कोरोना वायरस का कुछ व्यापारियों ने गलत फायदा भी उठाना शुरू कर दिया है, और वह जानबूझकर बाजार में सामान महंगा कर दिया है। जिसके कारण इस बार होली के त्योहार पर कुछ प्रतिशत लोगों के चेहरों पर खुशी दिखाई देगी। एक तो महगांई की मार तो दूसरी ओर बाजारों अभी तक सामान की कमी है। यह कहना भी ग़लत नहीं होगा कि कुछ व्यापारियों का इसमें षडय॔त्र भी लग रहा है कि जब एक दो दिन होली के बचेगें तो वह सामानों की खुलकर बिक्री करेगें।
गौरतलब है इधर के कुछ वर्षों में घरेलू से लेकर इलेक्ट्रानिक उत्पादों में चीनी सामान से बाजार पटे रहते थे इससे तमाम जरुरी सामान कम कीमत में भी मिल जाते थे। दीवाली पर जहां बिजली की झालरें और होली पर पिचकारियों से लेकर नाश्ते तक के आइटम चाइनीज होते थे। बीते वर्षों में बाजार चाइनीज चिप्स आदि भी आए थे। इसके अलावा पिचकारी और अबीर गुलाल आदि भी चाइनीज होते थे।
यह सस्ते पड़ जाते थे इसलिए लोग जमकर इनकी खरीदारी भी करते थे। लेकिन इस वर्ष के हालात बदले हैं। चाइना में कोरोना वायरस के चलते काम ठप है। वहां उत्पादन नहीं हो रहा है। इसके अलावा जो थोड़ा बहुत उत्पादन होता भी है उसे भारत के व्यापारी आयात करने में कतराते हैं। कोरोना वायरस आ जाने का खतरा है। ऐसे में जो पुराना माल बाजार में है व्यापारी उसी से काम चलाना चाहते है। भारत का सामान क्वालिटी में अच्छा होता है लेकिन कुछ महंगा होता है। कुछ मौके का फायदा उठाकर व्यापारियों ने माल की कमी बताकर जानबूझकर माल महंगा कर दिया है। हालांकि होली में अभी एक सप्ताह का समय है लेकिन लोगों ने खरीदारी शुरू कर दी है लेकिन इसबार बाजार में सुस्ती है। कई व्यापारियों ने बताया कि बाहर से माल नहीं मिलने से माल की दिक्कत हो रही है।