जमात के कार्यक्रम में शामिल हुवे थे कुल 1830 लोग, उत्तर प्रदेश के भी थे 156 लोग, जाने किस-किस प्रदेश से कितने लोग थे कार्यक्रम में शामिल
तारिक खान
डेस्क। कोरोना संकट के बीच दिल्ली की एक खबर ने अचानक देश के एक बड़े हिस्से को ना सिर्फ दहशत में डाल दिया है बल्कि महामारी को और बढ़ने का खतरा पैदा कर दिया है। दो हफ्ते पहले दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी जमात के हुए एक धार्मिक आयोजन में शामिल होने वाले कम से कम 10 लोगों की मौत से खलबली मच गई है।
तब्लीगी जमात के मरकज पर आयोजित इस आयोजन में 281 विदेशी नागरिकों समेत 19 प्रदेशों के 1830 लोग शामिल हुए थे। अंडमान से 21, असम से 216, बिहार से 86, हरियाणा से 22, हिमाचल से 15, हैदराबाद से 55, कर्नाटक से 45, महाराष्ट्र के 115, मेघालय में 5 और केरल से 15 लोग आए थे।
इसके अलावा मध्य प्रदेश से 107, ओडिशा से 15, पंजाब से 9, राजस्थान से 19, झारखंड से 46, तमिलनाडु से 501, उत्तराखंड से 34, उत्तर प्रदेश से 156 और पश्चिम बंगाल से 73 लोग आए थे। इस जमात में इंडोनेशिया, श्रीलंका समेत 15 देशों के 281 लोग भी आए थे। इसमें से 700 लोगों को क्वारनटीन और 334 लोगों को हॉस्पिटल भेजा गया है। बाकी बचे लोगों और उनके संपर्क में आए लोगों की तलाश शुरू हो गई है।
निजामुद्दीन पास स्थित तब्लीगी जमात का मरकज उस वक्त जांच के घेरे में आ गया जब दिल्ली में रहने वाले तमिलनाडु के शख्स की मौत की खबर आई।अभी ये साफ नहीं है कि उसकी मौत कोरोना से ही हुई है लेकिन वो शख्स करीब दो हफ्ते पहले जमात के जलसे में शामिल हुआ था। इस जलसे में 1800 से अधिक लोग शामिल हुए थे।