आदमपुर पुलिस की जी जान लगा कर की गई मेहनत किया स्वास्थय विभाग ने लापरवाही से बर्बाद, जाने आखिर क्या है बड़ा खतरा
तारिक आज़मी
वाराणसी। वाराणसी पुलिस के द्वारा हर प्रकार का प्रयास किया जा रहा है कि आम जनमानस सुरक्षित रहे। हर एक इलाके में पुलिस जहा खाना खिला रही है वही दूसरी तरफ लोगो को लॉक डाउन का पालन करवाने के लिए भी पसीना बहा रही है। इस क्रम में कई पुलिस कर्मी भी कोरोना पॉजिटिव हो चुके है। अभी तक वाराणसी में कुल 8 पुलिस कर्मी कोरोना पॉजिटिव मिल चुके है। इन सबके बीच भी वाराणसी पुलिस अपना सर्वत्र निछावर करके जिले को सुरक्षित रखने में कोई कोर कसर नही छोड़ रही है।
इसी क्रम में वाराणसी की आदमपुर पुलिस पर भले ही सख्ती करने का बेबुनियादी आरोप लगा हो मगर आदमपुर पुलिस ने जमकर मेहनत किया है। क्षेत्राधिकारी से लेकर इस्पेक्टर और हर एक दरोगा के अलावा क्षेत्र में तैनात हर एक सिपाही ने बतौर कोरोना योद्धा अपना सब कुछ निछावर करते हुवे क्षेत्र को सुरक्षित रखने का पूरा प्रयास किया। मगर स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही और चंद मुठ्ठी भर बेवकूफ किस्म के लोगो की वजह से पूरा इलाका ही खतरे में दिखाई दे रहा है।
दवा कारोबारी के पॉजिटिव आने के बाद उसके संपर्क और परिजनों की जाँच करवाई गई थी। इस जांच के दायरे में केवल उसका परिवार ही नही बल्कि उसके यहाँ काम करने वाले कर्मचारी, खरीदार और अन्य आसपास के लोगो भी थे। इसी क्रम में आज कुल 12 लोगो को कोरोना पॉजिटिव पाया गया। जिसमे एक उस दूकान पर काम करने वाला आदमपुर थाना क्षेत्र के ज़ेरगुलर निवासी युवक भी था। इस युवक की जाँच करने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने उसको होम आइसुलेट होने की सलाह देकर भेज दिया था।
क्षेत्र के एक गोपनीय सूत्र ने हालात का जायजा बताया कि भले युवक को होम आईसुलेट होने को कहा गया था। मगर कितना होम आइसुलेट था इसको आम जनता क्षेत्र की भली भाति जानती है। ये तो कम था। क्षेत्र के कई ऐसे भी अक्लमंद है जो जाँच करवा कर आने के बाद उससे मुलाकात करने और हाल चाल लेने भी गए थे। सूत्र ने बताया कि कुछ लोग तो ऐसे कौतूहलता के साथ उस युवक से मिलने जा रहे थे जैसे लग रहा था कि कोई एलियन आया हो। अब सवाल यह उठता है कि ना जाने कितने लोग इलाके के उस युवक से मिले है और न जाने कितने लोग उसके संपर्क में आये है।
यही नही उस युवक के संपर्क में आये लोग और कितनो से मिले है इसका भी आकडा किसी के पास नही है। कही न कही से आदमपुर पुलिस की पूरी मेहनत को स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही ने बर्बाद कर डाला। साथ ही इस मेहनत को बर्बाद करने में उन लोगो का भी योगदान है जिनको हम जाहिल जैसे शब्दों से नवाज़ दिया जाए तो कोई गलत नही होगा। आखिर क्या देखने उस कोरोना सस्पेक्ट के पास गए थे। क्या एलियन था वो, या फिर अजूबा था। कमाल करते हो यारो, ऐसा नही कि जाने वालो में केवल कम पढ़े लिखे लोग थे, खाली वक्त का दुरूपयोग करने वाले कुछ कथित पढ़े लिखो के भी जाने की भी चर्चा क्षेत्र में जोरो से है।
अब देखना होगा कि इस लापरवाही का क्या नतीजा निकलता है, आप समझदार है कम से आप आप समझे और खुद सुरक्षित रहे, अपने परिवार को सुरक्षित रखे और घरो में ही रहे। हाथो को दिन भर में कई बार धोये और सोशल डिस्टेंस बना कर रखे। कोरोना एक महामारी है। ये कोई अन्ताक्षरी नही है और न कोई पहेली है। कोरोना को दानव भी नहीं है जो आपको दिखाई देगा। इससे बचाव ही इसका सबसे बड़ा उपाय है। कृपया इससे बचे और दूसरो को भी बचाये। खुद के परिवार और आस पड़ोस को लॉक डाउन का पालन करने के लिए प्रोत्साहित करे।
लॉक डाउन में घर से कचौड़ी बना कर बेचता था संक्रमित युवक
खबर लिखते लिखते एक अन्य जानकारी उक्त पॉजिटिव युवक के सम्बन्ध में सामने आई है। क्षेत्र एक कुछ लोगो ने हमको अपना नाम और पहचान ज़ाहिर न करने की शर्त पर बताया कि उक्त युवक के द्वारा आज सुबह तक घर से कचौड़ी और पुड़ी बना कर बेच रहा था। यही नही क्षेत्र में चर्चा है कि काफी लोगो ने उसके द्वारा बनाई गई कचौड़ी खाया है। आसपास इलाको में इसको लेकर काफी चर्चा है कि युवक के द्वारा कचौड़ी खाने वाले लोग क्या खुद से जांच करवाने जायेगे। अब उस युवक की कांटेक्ट और ट्रेवल हिस्ट्री निकालने में स्थानीय पुलिस को जमकर पसीने बहाने पड़ेगे।